बार-बार भूलने की आदत यानी कि शॉर्ट टाइम मेमोरी लॉस की समस्या किसी को किसी भी उम्र में हो सकती है। इसके अनेक कारण हो सकते हैं। बुजुर्गों में डिमेंशिया और अल्जाइमर की वजह से यह समस्या होती है। ऐसे में एक हेल्दी डाइट या फिर आपकी कुछ छोटी-मोटी कोशिशें आपको इस समस्या से पूर्णतः निजात दिला सकती हैं। अपने मस्तिष्क के लिए कुछ ऐसे व्यायामों को आज़माएं जो आपको लंबे समय में मदद करेंगे! चलिए जानते हैं इनके बारे में
अपने दिमाग को तेज रखना उतना ही जरूरी है जितना कि अपनी काया को बनाए रखना। आखिरकार, वृद्धावस्था में मेमोरी लॉस एक आम समस्या है। मगर, क्या अल्जाइमर को रोकने का कोई तरीका है? हां … ऐसी कुछ ब्रेन एक्सरसाइज़ हैं जो आपको मानसिक रूप से सक्रिय रखने में मदद करती हैं। आइए जानें कि ये कितनी प्रभावी हैं!
क्या ब्रेन एक्सरसाइज़ मेमोरी लॉस को रोकने के लिए वास्तव में प्रभावी हैं?
“हालांकि यह साबित करने के लिए बहुत कम सबूत हैं कि ब्रेन एक्सरसाइज़ काम करती है। मगर, हम जानते हैं कि दिमाग को सक्रिय रखना आवश्यक है। इसलिए, अपने दिमाग को व्यस्त रखने के लिए पहेली को हल करने का प्रयास करें या क्रॉसवर्ड पज़ल या अन्य गेम खेलें। यह मेमोरी लॉस और अन्य संबंधित मुद्दों को धीमा करने में मदद कर सकता है।” एक अध्ययन में 65 वर्ष और उससे अधिक उम्र के 2,800 प्रतिभागियों को शामिल किया गया था। जिन्होंने पांच से छह सप्ताह के लिए 10 घंटे के लंबे ब्रेन ट्रेनिंग सेशन में भाग लिया। ऐसा देखने को मिला कि अगले पांच वर्षों तक उनकी स्मृति, तर्क के साथ-साथ समझ में सुधार हुआ। इसके अलावा, उनके दैनिक कार्यों को करने के तरीके में भी सुधार हुआ।
क्या ब्रेन एक्सरसाइज़ आपके लिए फायदेमंद हैं?
एक अध्ययन के अनुसार, ब्रेन एक्सरसाइज़ करने से अल्जाइमर के प्रभाव को कम करने में मदद मिलती है। यही कारण है कि समय-समय पर अपने दिमाग को चुनौती देना जरूरी है। इस तरह से थिंकिंग स्किल्स धीरे-धीरे बढ़ती हैं।
किस तरह का अभ्यास है जो किया जाना चाहिए?
” दिमाग को हमेशा सक्रिय रखना पहला कदम है। आप कुछ भी कर सकते हैं। आप एक नई भाषा सीखने की कोशिश कर सकते हैं, आजकल इंटरनेट की दुनिया बहुत ही विशाल है अपने पसंदीदा विषयों को चुनकर उसके बारे में नई-नई जानकारियां जुटा सकते हैं। ऐसे काम करना जो आप करना चाहते थे लेकिन पारिवारिक जिम्मेदारियों या अन्य किसी कारण की वजह से आप नहीं कर पाए, उन सपनों को पूरा करने के लिए आप नए सिरे से पहल कर सकते हैं। अपने बच्चों के साथ बोर्ड गेम खेल सकते हैं या अपने परिवार के साथ एक नया खेल खेल सकते हैं। क्रॉसवर्ड, नंबर गेम या पहेली सुलझाना सबसे अच्छा तरीका है। साथ ही, किसी भी कोर्स के लिए साइन अप करने से भी मदद मिल सकती है।” जब मस्तिष्क को चुनौती दी जाती है, तो ब्रेन सेल डैमेजर की मात्रा कम हो जाती है, और नई तंत्रिका कोशिकाओं का विकास होता है। हालांकि, अल्जाइमर को रोकने का कोई निश्चित तरीका नहीं है, लेकिन इससे टाला ज़रूर जा सकता है!
पर्याप्त नींद जरूरी
अच्छी याद्दाश्त के लिए पर्याप्त मात्रा में नींद बहुत जरूरी है। सोते समय ही हमारी ज्यादातर याद्दाश्त लंबे समय तक सुरक्षित रखे जाने की प्रक्रिया में होती है। ऐसे में टीनएज के लोगों को कम से कम 8-10 घंटे की नींद लेनी चाहिए और वयस्कों को कम से कम 7-9 घंटे जरूर सोना चाहिए। बुजुर्गों में सात से साढ़े सात घंटे की नींद बेहद जरूरी होती है।
एक्सरसाइज करना भी जरूरी
ब्रेन हेल्थ को इंप्रूव करने के लिए मेंटल एक्सरसाइज के साथ ही फिजिकल एक्सरसाइज करना भी जरूरी है। फिजिकल एक्सरसाइज से ब्रेन में ऑक्सीजन का लेवल बढ़ता है और मेमोरी लॉस जैसे डिस्ऑर्डर दूर हो जाते हैं। एक्सरसाइज से ब्रेन में अच्छे हार्मोंस का भी स्राव होता है। एरोबिक एक्सरसाइज को भी ब्रेन के लिए ज्यादा अच्छा माना जाता है। इस तरह की एक्सरसाइज से रक्त का संचार भी बढ़ता है, जो ब्रेन हेल्थ के लिए अच्छा होता है। फिजिकल एक्सरसाइज से आई कॉर्डिनेशन और कॉम्प्लैक्स मोटर स्किल भी डवलप होती है। इस तरह रोजाना एक्सरसाइज की आदत को अपनाकर मेमोरी बूस्ट कर सकते हैं।
तनाव डालता है बुरा प्रभाव
तनाव दिमाग पर सबसे ज्यादा बुरा प्रभाव डालता है। लंबे समय से चला आ रहा तनाव ब्रेन की सेल्स को नष्ट कर सकता है। इतना ही नहीं, ब्रेन हिप्पोकेम्पस को भी नुकसान पहुंचाने का काम करता है। दरअसल, हिप्पोकैम्पस मस्तिष्क का वह भाग होता है जो याददाश्त को स्टोर रखता है। कुछ अध्ययनों से भी यह सामने आया है कि तनाव मेमोरी लॉस से जुड़ा है। इसलिए यदि आप किसी तनाव में चल रहे हो, तो अपनी भावनाओं को किसी से शेयर करें। अपनी पर्सनल लाइफ और वर्क लाइफ को बैलेंस रखें। मल्टी टास्क की जगह सिंगल टास्क पर फोकस करें।
हंसना सबसे अच्छी मेडिसिन है
ब्रेन पावर बढ़ाने के लिए भी हंसने को सबसे अच्छा एक्सरसाइज माना गया है। यह संपूर्ण मस्तिष्क की क्रियाशीलता को बढ़ाता है। इसलिए काम के बीच तनाव दूर करने के लिए अपने साथियों से हंसी-मजाक करते रहें। चिकित्सकों का मानना है कि जोर-जोर से हंसने की आदत को डवलप किया जाए तो इससे मस्तिष्क के सीखने की क्षमता को भी बढ़ाया जा सकता है। इसलिए जब भी आपको तनाव हो तो जोर से हंसें। ऐसे ग्रुप को जॉइन करें, जिसमें हंसी-मजाक और फन एक्टिविटी चलती रहें। बच्चों के साथ उनकी मौज-मस्ती की एक्टिविटी में समय बिताएं।
हेल्दी डाइट लें
दिमाग को एनर्जी देने के लिए हेल्दी डाइट पर ध्यान देना बहुत जरूरी है। डाइट में फ्रूट, वेजिटेबल, प्रोटीन और सभी तरह के अनाज को शामिल करना जरूरी है। मानसिक स्वास्थ्य और याददाश्त बढ़ाने के लिए ओमेगा-३ फैटी एसिड बहुत महत्त्वपूर्ण है। इसके लिए ब्रोकली, कद्दू के बीज, पालक, सोयाबीन, अखरोट, अलसी, अलसी का तेल आदि का सेवन किया जाना चाहिए। इसके अलावा फल और सब्जियों का ज्यादा सेवन करें। इसे एंटी ऑक्सीडेंट्स का अच्छा स्रोत माना जाता है। मेमोरी पावर को बूस्ट करने के लिए भी ग्रीन टी को भी अच्छा माना जाता है।
यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें।