फिट और हेल्दी रहने के लिए डिटॉक्स बेहतरीन तरीका है। इससे आपका पाचन तंत्र स्वच्छ रहता है और एक भारी फूड रुटीन के बाद आप खुद को हल्का महसूस कर सकती हैं। तो जानिए क्या हैं डिटॉक्स करने का सबसे बेहतरीन तरीका। वेट लॉस जर्नी का एक महत्वपूर्ण हिस्सा होता हैं डिटॉक्स। अक्सर हर तरह के डाइट प्लान में डिटॉक्स शामिल होता है। तैलीय भोजन, मसालेदार खाना, जंक फूड, आदि आपकी पाचन क्रिया को कमजोर कर देते हैं। इसलिए स्वस्थ रहने और मेटाबॉलिज्म को हेल्दी बनाए रखने के लिए नियमित रूप से डिटॉक्स करना आवश्यक हैं।
मनुष्य का शरीर एक मशीन की तरह काम करता है इसलिए शरीर के सभी भागो की सफाई करनी चाहिए। शरीर के ऊपरी सफाई तो हर कोई बड़ी आसानी से कर लेता है, किंतु अंदर की सफाई पर ज्यादा लोग ध्यान नहीं देते है। इसका परिणाम शरीर के स्वास्थ्य पर पड़ता है इसलिए शरीर के अंदर की सफाई करना बहुत जरुरी होता है। बहुत लोग सोच रहे होंगे शरीर की अंदर की सफाई कैसे करें ? आपको बता दे, शरीर को किस तरह डेटॉक्स करना है आपके विकल्प पर होता है। कुछ लोग बिना समझे कुछ खाद्य पदार्थो का सेवन करने लगते है, जिसके कारण शरीर में हानिकारक तत्व जमा होने लगते है। इन हानिकारक पदार्थो को बाहर निकालने के लिए डेटोक्सिफिकेशन का उपयोग कर सकते है। जानिए शरीर की गंदगी को कैसे बाहर निकाले और क्या हैं बॉडी डिटॉक्स के फायदे और इसका बेस्ट तरीका।
शरीर को डिटॉक्सिफाई कब करें ?
शरीर की जिस तरह ऊपरी सफाई जरुरी है उसी तरह शरीर की अंदर की सफाई भी जरुरी होती है। शरीर को डीटॉक्स करने के लिए लोग सोच में पड़ जाते है और बहुत से लोग को पता नहीं होता है। आपको बता दे, कुछ शोध के अनुसार साल में एक बार शरीर को डेटॉक्स करना आवश्यक होता है। लेकिन यह बच्चों और मरीजों के लिए नहीं होता है। इसके अलावा कुछ लोग शरीर की गंदगी दूर करना चाहते है तो अपने चिकिस्तक से परामर्श ले सकते है। आपको आंतरिक लक्षण का अनुभव होता है। जैसे मासिकधर्म की समस्या, जननांगो में संक्रमण, एलर्जी होना, आलस आना, थकान महसूस करना, त्वचा में खुजली आदि।
डिटॉक्सिफिकेशन कैसे काम करता है ?
डिटॉक्सिफिकेशन का अर्थ है रक्त की सफाई होना क्योंकि लिवर में रक्त के साथ कुछ हानिकारक पदार्थ होते है, जिनको निकालने के लिए मदद करता है। डिटॉक्सिफिकेशन का उपयोग कर शरीर के आंतरिक भागो की सफाई कर सकते है। आंतरिक भाग जैसे त्वचा, लसिका प्रणाली, फेफड़ा, गुर्दा व आंत से हानिकारक पदार्थ को हटाता है। डीटॉक्स एक ऐसी क्रिया है जिससे शरीर के अंदर की सफाई की जा सकती है।
शरीर से विषाक्त पदार्थो को बाहर क्यों करना चाहिए ?
शरीर के आंतरिक भाग में जमे गंदगी को सही समय पर सफाई करनी चाहिए। यदि सही समय पर अंदर की गंदगी को साफ न किया जाए तो गंदगी जमा होने लगती है और शरीर संक्रमित कर बिमार बना देती है। शरीर में जमा गंदगी विषाक्त पदार्थ बैक्टीरिया को बढ़ावा देते है, तो रोगप्रतिरोधक क्षमता पर बुरा प्रभाव पड़ता है। इसलिए, सभी समस्या के जोखिम से बचने के लिए शरीर को डिटॉक्स किया जाना चाहिए।
आइए पहले जानते हैं बॉडी डिटॉक्स के स्वास्थ्य लाभ
1. ऊर्जा के स्तर में वृद्धि
सुस्ती, ऊर्जा की कमी या थकान भोजन द्वारा जरूरी पोषक तत्व न मिलने का संकेत हैं। आपका शरीर इन पोषक तत्वों को एब्सॉर्ब करने में असमर्थ है। जब शरीर में टॉक्सिक पदार्थ जमा हो जाते हैं, तो इससे सेलुलर एनर्जी में कमी आ सकती है। एक अच्छा डिटॉक्स रूटीन आपके कुशल पाचन को शुरू करने में मदद कर सकता है। सफाई की यह अवधि जीवन शक्ति और ऊर्जा को बहाल करने में मदद करती है। इसलिए आपको हल्का और अधिक जीवंत महसूस होगा।
2. लिवर को सक्रिय बनाए
आपका लिवर एक प्राकृतिक डिटॉक्स मशीन हैं। यह नियमित रूप से लगातार आपके शरीर के गंदे पदार्थ को बाहर निकालने में मदद करता हैं। हालांकि, आपके लीवर को भी डिटॉक्स/क्लीन्स से फायदा हो सकता है, क्योंकि इसे अनिवार्य रूप से ओवरटाइम काम करने से ‘ब्रेक’ लेना पड़ता है। यह लिवर के स्वास्थ्य को अच्छा रखने में मदद करता है। ताकि यह महत्वपूर्ण अंग चयापचय और डिटॉक्स प्रक्रियाओं को अच्छे से कर सके।
3. साफ और सुंदर त्वचा को बढ़ावा देता है
त्वचा न केवल मानव शरीर का सबसे बड़ा अंग है, बल्कि यह टॉक्सिक पदार्थों को दूर करने वाले अंगों में से एक है। शरीर में कोई भी टॉक्सिक पदार्थ का संचय या असंतुलन आपकी त्वचा में जल्दी प्रकट होता है। यह रूखी, पीली त्वचा के रूप में दिखती है, जिससे रैशेज होने का खतरा होता है। क्लींजिंग डिटॉक्स से गुजरने के बाद, आप बेहतर त्वचा स्वास्थ्य का अनुभव करने की उम्मीद कर सकते हैं।
4. वेट लॉस के लिय फायदेमंद
डिटॉक्स आपके आंत और पाचन दोनों की कार्यात्मक क्षमता को बढ़ाने में मदद करता है। एक बार जब उचित चयापचय क्रिया स्थापित हो जाती है और पोषक तत्वों का अवशोषण होने लगता हैं, तो यह वजन को नितंत्रित करने में मदद कर सकता हैं।
5. इम्युनिटी को मजबूत करे
टॉक्सिक पदार्थों का संचय आपके शरीर को अंदर से खोखला बनाने लगता हैं। इससे आपकी इम्युनिटी पर असर पड़ता हैं। कम इम्युनिटी का अर्थ है संक्रमण और बीमारी के लिए ज्यादा संवेदनशीलता। खराब इम्युनिटी एक संकेत है कि आपके शरीर को सफाई की आवश्यकता है। एक डिटॉक्स अवधि के बाद, इम्युनिटी बेहतर काम करती है।
अब जानिए डिटॉक्स करने के बेहतरीन और आसान उपाय
1. सुबह पानी पीना लाभदायक
शरीर की गंदगी को प्राकृतिक रूप से दूर करने के लिए सुबह उठकर एक ग्लास पानी पीना चाहिए। इसके अलावा सोने से पहले और दिन में पानी पीने से गंदगी दूर होती है। अगर आप सुबह खली पेट एक ग्लास पानी पिते है तो मल त्यागने के दौरान विषैले पदार्थ आसानी से बाहर निकल जाते है।
2. नींबू और अदरक डिटॉक्स ड्रिंक
यह एक अद्भुत पेय है जो वजन घटाने में बहुत प्रभावी है। एक गिलास गुनगुने पानी में आधा नींबू निचोड़ें और उसमें एक इंच कद्दूकस किया हुआ अदरक मिलाएं। इसे रोज सुबह पियें और 1-2 महीने बाद अपना वजन चेक करें। अदरक में जिंजरोल (gingerol) होता है, जो पेट की समस्याओं को रोकने और पाचन में सहायता करने के लिए जाना जाता है। नींबू न केवल विटामिन सी से भरपूर होते हैं, बल्कि एंटीऑक्सीडेंट भी होते हैं जो शरीर में फ्री रेडिकल्स के उत्पादन से लड़ते हैं।
3. खीरा और पुदीना डिटॉक्स ड्रिंक
यह मिश्रण न केवल शरीर से विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालने में मदद करता है, बल्कि स्वाद में भी अच्छा होता है। खीरा और पुदीना जब पानी में मिला दिया जाता है, तो यह पाचन के लिए एक अच्छा संयोजन होता है। एक बड़ा घड़ा लें और उसमें ताज़े पुदीने के पत्तों के साथ खीरे के कुछ स्लाइस डालें। इसे कुछ देर के लिए ऐसे ही रहने दें और पूरे दिन इसका सेवन करते रहें। खीरे में एंटीऑक्सीडेंट होते हैं, जो मुक्त कणों से लड़ने में मदद करते हैं और इसके हाइड्रेटिंग प्रभाव के कारण यह शरीर से विषाक्त पदार्थों को निकालने में सहायता करता है।
4. संतरा-गाजर अदरक डिटॉक्स
संतरे एंटीऑक्सीडेंटऔर विटामिन सी के पावरहाउस हैं। गाजर बीटा-कैरोटीन और फाइबर से भरी हुई हैं जो वजन घटाने और पाचन में सहायता करती हैं। अदरक पाचन, सूजन, पेट में ऐंठन के लिए एक पुराना घरेलू उपचार है और यह एंटीइन्फ्लेमेटरी गुणों से भरपूर है। इसे बनाने के लिए एक गाजर और संतरे को मिक्सर में पीसकर जूस निकाल लें। साथ ही इसमें अदरक का एक छोटा टुकड़ा कद्दूकस कर लें या 1 चम्मच अदरक का रस मिलाकर पियें।
5. गंदगी को दूर करने के लिए अच्छी नींद लेना
शरीर में जमा हानिकारक पदार्थ को बाहर निकालने के लिए व्यक्ति को अपनी नीद पूरी करनी चाहिए। रात में अच्छी नींद लेने से बॉडी डीटॉक्स होती है। इसके लिए व्यक्ति कम से कम 7 से 8 घंटे की नीद की जरूरत है। नींद पूरी होने से न केवल वजन कम होता है बल्कि शरीर से विषैले पदार्थ बाहर निकल जाते है।
6. शुगर वाली चीजे कम ले
शरीर को डेक्सीफिकेशन करने के लिए शुगर वाली चीजे बहुत कम खाएं क्योंकि शुगर की अधिक मात्रा शरीर के लिए हानिकारक होती है। लोगो को मीठे खाद्य पदार्थो से बचना चाहिए। शरीर में अधिक मिठास होने पर इन्सुलिन प्रभावित होता है और शुगर की बीमारी होने का जोखिम बढ़ जाता है। आप शरीर को स्वस्थ रखने वाले भोजन का सेवन करना चाहिए।
7. शरीर की गंदगी दूर करने के लिए व्यायाम करे
शरीर में जहरीले पदार्थ को बाहर निकालने के लिए रोजाना व्यायाम करना चाहिए जिसमे स्ट्रेंज व्यायाम शामिल जरूर करे। सभी अपने काम में इतना व्यस्त रहते है की व्यायाम के लिए वक्त नहीं निकालते है जिस वजह से अनेक बीमारियों से प्रभावित हो जाते है। इसलिए बीमारियों से बचने के लिए थोड़ा समय निकाल कर व्यायाम जरूर करे। व्यायाम करने से शरीर सुस्त व फिट रहता है जिससे थकान महसूस नहीं होता है।
8. ग्रीन टी का सेवन करे
रोजाना सुबह ग्रीन टी लेने से शरीर के टोक्सिन बाहर निकल जाते है। इसमें एंटीऑक्सीडेंट के गुण होते है जो विषाक्त पदार्थ को बाहर निकालने में मदद करता है।
हमारा उद्देश्य केवल आपको लेख के माध्यम से जानकारी देना है। हम आपको किसी तरह दवा, उपचार की सलाह नहीं देते है। आपको अच्छी सलाह केवल एक चिकिस्तक ही दे सकता है। क्योंकि उनसे अच्छा दूसरा कोई नहीं होता है।