आजकल ज्यादातर लोग पैकेट वाले दूध का इस्तेमाल करने लगे हैं। जो पहले से पॉइश्चराइज्ड होता है। यानि कि इस दूध को पहले ही अधिक तापमान पर गर्म कर फिर ठंडा किया जा चुका होता है। इस प्रक्रिया को पॉइश्चराइजेशन कहते हैं। जिससे दूध को लंबे समय तक सुरक्षित रखा जा सकता है और साथ ही दूध में मौजूद हानिकारक बैक्टीरिया को भी खत्म किया जा चुका है। खुले दूध को इस्तेमाल में लेने से पहले कई बातों का ध्यान रखना पड़ता है जैसे दूध छानना, उसे अच्छी तरह उबालना आदि।
लेकिन क्या ऐसा करना सही है? आइए जानते हैं पैकेट बंद दूध इस्तेमाल करने का सही तरीका क्या है…
इश्चराइज्ड दूध को उबालने की कोई जरूरत नहीं
जानकारों के मुताबिक़, पैकेटबंद पॉइश्चराइज्ड दूध को उबालने की कोई जरूरत नहीं होती है. दरअसल, इस दूध की पैकेजिंग से पहले ही इसे पाश्चराइज्ड करके बैक्टीरिया फ्री कर दिया जाता है ताकि दूध लंबे समय तक चले, इस दूध को जब आप दुबारा उबालते हैं तो इसमें पाए जाने वाले पोषक तत्व नष्ट हो जाते हैं और दूध उतना फायदेमंद नहीं रहता है जितना पहले था।
4 डिग्री तापमान में रखें
पैकेटबंद दूध को लंबे समय तक इस्तेमाल योग्य बनाये रखने के लिए अगर आप इसे 4 डिग्री तापमान में रखें तो एक सप्ताह तक इसे इस्तेमाल योग्य रखा जा सकता है. पैकेटबंद दूध खरीदने से पहले ध्यान से इसके पैकेट पर एक्सपायरी डेट देखना न भूलें। एक्सपायरी डेट के बाद का पैकेट न लें. यह आपकी सेहत को नुकसान पहुंचा सकता है।
खुले दूध को उबालना क्यों है जरूरी
वास्तव में आज के समय हमारे शरीर की पाचन क्रिया इतनी मजबूत नहीं रह गई है कि गाय-भैंस के कच्चे दूध को हजम कर सके. वहीं विशेषज्ञों का भी ये मानना है कि सेहत की नजर से भी कच्चा दूध हानिकारक ही होता है, क्योंकि इसमें कई तरह के खतरनाक बैक्टीरिया होते हैं, जो किसी भी इंसान को बीमार कर सकते हैं. इसलिए ये जरूरी है कि दूध का इस्तेमाल करने से पहले एक बार उसे उच्च ताप पर गर्म किया जाए
एक्सपायरी डेट तक सुरक्षित है दूध
कहने का मतलब साफ है कि पैकेट वाले दूध को आप गर्म न भी करें, तो उसकी गुणवत्ता खराब नहीं होती. पैकेट वाले दूध पर एक्सपायरी डेट लिखी होती है, जिसका मतलब है आपका दूध उस तारीख तक पीने योग्य है।