आपने एक कहावत सुनी होगी कि सोनी की परख सुनार ही जानता है. लेकिन अगर सही तरीका अपनाया जाए तो आप भी सोने की परख कर सकते हैं. त्योहार हो या शादी का सीजन, सोने की खरीददारी होती ही रहती है. इस समय सबसे ज्यादा ध्यान देने वाली बात यह है कि ठग इसी समय नकली धातु को सोना बताकर बेच देते हैं।
गोल्ड या सोना एक बहुत कीमती धातु है, इसलिए अक्सर नकली ज्वेलरी के लिए इसमें धातु या मेटल की मिलावट की जा सकती है। इन्टरनेशनल स्टैंडर्ड्स के मुताबिक, 24 कैरट से कम के सोने को नकली माना जाता है। अगर आप भी जानना चाहते हैं कि आपके पास में मौजूद सोना असली है या नहीं, तो फिर उसे एक सर्टिफाइड ज्वेलर के पास लेकर जाना और चेक करा लेना ही सबसे भरोसेमंद तरीका होता है। अगर आप अभी ऐसा करने को तैयार नहीं हैं, तो आप गोल्ड को देखकर और उसके बेसिक गुणों को जाँचकर भी अपने मन की शंका का हल निकाल सकते हैं। आप चाहें तो ज्यादा सही रिजल्ट्स के लिए एक डेंसिटी टेस्ट या नाइट्रिक एसिड टेस्ट भी करके देख सकते हैं। कुछ टेस्ट करें और अगर आपका सोना उन सभी पर खरा उतरता है, तो फिर आप इस बात को लेकर आश्वस्त हो सकते हैं कि आपके पास में कोई नकली चीज नहीं है।
ऑफिशियल नंबर की तलाश करें
ये मार्किंग या हॉलमार्क (hallmark) आपको बताता है कि किसी चीज में कितने प्रतिशत सोना होता है। हॉलमार्क अक्सर ज्वेलरी के हुक्स या फिर अंगूठी के अंदर वाले बैंड पर प्रिंट किया होता है। ये आमतौर पर सिक्कों और बुलियन (सोने) की सतह पर नजर आता है। ये स्टैम्प 1 से 999 तक 0K से 24K तक के बीच में कोई भी नंबर होता है, जो कि उसके लिए इस्तेमाल किए गए ग्रेडिंग सिस्टम के ऊपर निर्भर करता है।
* हॉलमार्क को पहचानने में मदद के लिए एक मैग्निफाइंग ग्लास का इस्तेमाल करें। उसे, खासतौर पर रिंग जैसे गोल्ड के छोटे पीस पर सीधे आँखों से देख पाना मुश्किल हो सकता है।
* ज्वेलरी के पुराने पीस पर शायद हॉलमार्क नजर नहीं आएगा। कभी-कभी, समय के साथ में हॉलमार्क खुद भी निकल जाता है, वहीं कुछ मामलों में उसे ज्वेलरी के ऊपर स्टैम्प ही नहीं किया गया होता है। वैसे तो 1950 में ही कुछ एरिया में हॉलमार्किंग कॉमन हो चुकी थी, लेकिन जैसे कि भारत में, इसे 2000 के बाद ही जरूरी माना गया।
सोने की मात्रा का पता लगाने के लिए नंबर मार्किंग का इस्तेमाल करें
ज़्यादातर सिक्के और ज्वेलरी में शुद्ध सोना नहीं होता है, इसलिए उनमें दूसरी धातु भी मिलाई जाती है। हॉलमार्क के जरिए इसे दर्शाने के 2 अलग-अलग माप इस्तेमाल किए जाते हैं। यूरोप में इस्तेमाल होने वाला नंबर रेटिंग सिस्टम 1 से 999 तक जाता है, जिसमें 999 का मतलब शुद्ध सोना होता है। भारत में 0 से 24k का एक माप इस्तेमाल किया जाता है, जिसमें 24K का मतलब (24 कैरेट) का शुद्ध सोना होता है।
* नंबर रेटिंग सिस्टम को पढ़ पाना, कैरट रेटिंग सिस्टम से ज्यादा आसान होता है। उदाहरण के लिए, 375 की रेटिंग का मतलब कि आपकी ज्वेलरी में 37.5% सोना शामिल है।
* नंबर का मतलब क्या होगा, ये इस बात पर निर्भर करेगा कि आप किस देश में हैं। जैसे कि भारत में 9k और इससे कम की किसी चीज को सोना नहीं माना जाता है, यहाँ तक कि 9k ब्रेसलेट में भी 37.5% सोना होता है, मतलब कि उसमें 9 भाग शुद्ध सोना और 15 भाग कोई भी दूसरे मेटल का रहेगा।
* नकली पीस को भी असली दिखाने के लिए उन पर मार्किंग की गई हो सकती है, इसलिए जब तक कि आप पूरी तरह से आश्वस्त नहीं हो जाते कि आपके पास में सोना ही है, तब तक पूरी तरह से हॉलमार्क के ऊपर अकेले भरोसा न करें।
मार्किंग को चेक करें
देखने के लायक कुछ कॉमन लैटर्स में GP, GF और GEP शामिल हैं। ये लैटर्स आपकी गोल्ड ज्वेलरी के प्लेटेड या पानी चढ़े होने की ओर इशारा करते हैं, जिसका मतलब कि उसे बनाने वाले ने कॉपर या सिल्वर के जैसे किसी दूसरे मेटल के ऊपर सोने की एक पतली परत चढ़ाई है। आपकी ज्वेलरी में थोड़ा सा सोना होगा, लेकिन उसे शुद्ध सोना नहीं माना जाएगा।
* GP का मतलब गोल्ड प्लेटेड, GF का मतलब गोल्ड फिल्ड या सोना भरा होना और GEP का मतलब गोल्ड इलेक्ट्रोप्लेट होता है।
* ये मार्किंग बहुत थोड़ी अलग हो सकती हैं, जो इस बात पर निर्भर करता है कि सोना कहाँ का है। उदाहरण के लिए, भारत के सोने में एक छोटा सा ट्राएंगल सिंबल बना होता है, जो रेटिंग सिस्टम के लिए गवर्नमेंट काउंसिल के जिम्मेदार होने को दर्शाता है। उसमें एक नंबर रेटिंग और एक लैटर कोड होता है, जैसे कि K रहेगा ज्वेलर के लिए।
घिसने पर उसमें आए रंग के बदलाव की तलाश करें
सोना काफी नरम धातु है, इसलिए प्लेटेड गोल्ड या पानी चढ़ा सोना अक्सर समय के साथ में रगड़कर निकल जाता है। ज्वेलरी और सिक्कों की किनारें, इसकी जांच करने की सबसे सही जगह होती हैं। ये जगहें अक्सर दिनभर के दौरान आपकी त्वचा और कपड़ों पर रगड़ जाती हैं। अगर आपको गोल्ड के नीचे एक अलग मेटल दिखाई देती है, तो आप समझ जाएँ कि वो पानी चढ़ा सोना है और उसे असली सोना नहीं माना जाएगा।
उदाहरण के लिए, सिल्वर कलर शायद सिल्वर या टाइटेनियम का होना दर्शा सकता है। लाल कलर का मतलब कॉपर या ब्रास (ताँबा बगैरह) हो सकता है।
* अजीब से मार्क्स और ज्वेलरी की किनार पर रंग बदलना अक्सर सोने के नकली होने के संकेत होते हैं। हालांकि, अगर वो ज्वेलरी 24k गोल्ड, जिसे प्योर गोल्ड माना जाता है, से नहीं बनी है, तो क्योंकि बेस मेटल के ऑक्सीज़न के संपर्क में आने पर समय के साथ ये धूमिल होने लग सकता है
त्वचा पर होने वाले किसी भी तरह के डिस्कलरेशन पर ध्यान दें
प्योर गोल्ड आपकी त्वचा के पसीने या ऑइल के साथ में रिएक्ट नहीं करता है, इसलिए अगर आपको काले या हरे निशान नजर आते हैं, तो ये अक्सर दूसरे मेटल की वजह से होते हैं। चाँदी अक्सर अपने पीछे काले निशान छोड़ देती है और कॉपर की वजह से हरे निशान रह जाते हैं। अगर आपको आपकी त्वचा पर इस तरह के काफी सारे निशान नजर आते हैं, तो आपका सोना शायद आपकी उम्मीद से कम शुद्ध है।
* एक बात का ख्याल रखें कि ज़्यादातर सोने की चीजें सोने और दूसरी धातु का मिश्रण होती हैं। फिर एक 14K, 58.3% सोने से बनी ज्वेलरी भी इस तरह के निशान छोड़ सकती है। सोने के शुद्ध होने की जांच के लिए दूसरे टेस्ट भी करें।
पानी से करें असली सोने की पहचान
एक इतना बड़ा बर्तन ले आएँ, जिसमें पानी भी समा जाए और आप जिस ज्वेलरी को टेस्ट करना चाहते हैं, वो भी समा जाए। पानी का टेम्परेचर ज्यादा मायने नहीं रखता है, थोड़ा गुनगुना पानी भी ठीक रहेगा। असली सोना काफी घनत्व वाली धातु होता है, इसलिए ये सीधे जाकर जग में नीचे बैठ जाएगा। नकली सोना अक्सर बहुत हल्का होता है और तैरते रहता है।
* असली सोना गीले होने पर गंदा या धूमिल भी नहीं होता है, इसलिए अगर गीले होने के बाद में आपको उड़ा हुआ रंग नजर आए, तो शायद आपके पास में प्लेटेड गोल्ड है।
चुंबक से करें असली सोने की पहचान
इस टेस्ट के लिए, आपको ऐसी स्ट्रॉन्ग चुंबक की जरूरत होगी, जो मेटल ब्लेंड्स को खींच सके। चुंबक को सोने के ऊपर ले जाएँ और देखें कि वो कैसे रिएक्ट करता है। सोना चुम्बकीय नहीं होता है, इसलिए चिपकने वाली किसी भी चीज को लेकर बुद्धू न बनें। अगर चुंबक सोने को उसकी ओर खींच लेती है, तो या तो आपकी ज्वेलरी अशुद्ध है या फिर नकली।
* रेगुलर किचन मेग्नेट काम नहीं आएगा। इस काम के लिए एक स्ट्रॉंग नीयोडिमियम (neodymium) मेग्नेट खरीद लें।
*:क्योंकि नकली सोने को स्टेनलेस स्टील जैसी गैर-चुम्बकीय धातु से भी बनाया जा सकता है, इसलिए मेग्नेट टेस्ट फुल प्रूफ नहीं होता है। साथ ही, कुछ असली गोल्ड आइटम्स आयरन जैसे चुम्बकीय मेटल के साथ भी मिलकर बने हो सकते हैं।
सिरेमिक पर रगड़कर करें असली सोने की पहचान
इस टेस्ट के लिए बिना लाइन या धारी वाले सिरेमिक का इस्तेमाल करने की पुष्टि कर लें, क्योंकि धारी वाली कोई भी चीज टेस्ट के रिजल्ट्स को प्रभावित कर सकती है। आपकी ज्वेलरी को तब तक प्लेट पर खींचें, जब तक कि आपको सोने का थोड़ा सा अंश उतरते न दिख जाए। अगर आपको काली धारी दिखाई देती है, तो इसका मतलब कि आपका सोना असली नहीं है। एक सुनहरी धारी आमतौर पर असली सोने की ओर इशारा करती है।
* एक बिना धारी वाली सिरेमिक टाइल या फिर एक प्लेट को ऑनलाइन या फिर आपकी लोकल होम इम्प्रूवमेंट स्टोर से खरीद लें।
* इस टेस्ट से गोल्ड के ऊपर थोड़ा सा स्क्रेच आएगा, लेकिन इसकी वजह से उसके ऊपर ज्यादा कोई डैमेज नहीं नजर आएगा। ये स्क्रेच या एसिड वाले बाकी के दूसरे टेस्ट से तो कहीं ज्यादा आसान होता है।
* अपनी त्वचा पर थोड़ा सा कॉस्मेटिक फाउंडेशन फैलाना और फिर उसके सूखने के बाद उसके ऊपर से सोने को खींचना, इसे करने का एक और दूसरा तरीका होता है। नकली सोना आमतौर पर फाउंडेशन के साथ रिएक्ट करता है, जिसकी वजह से उसके ऊपर हरी या काली धारियाँ छूट जाती हैं।
आपकी ज्वेलरी को तौलें
अगर आपके पास किचन में एक तराजू है, तो आपकी ज्वेलरी को उस पर रख दें। नहीं तो, ज्वेलर्स भी एकदम मुफ्त में आपके लिए इस काम को कर देते हैं। अपने आसपास की ज्वेलरी या अप्रेजर स्टोर्स पर कॉल करके देखें कि कहाँ पर आप इसे करा सकते हैं। वजन को किलोग्राम में नहीं, बल्कि ग्राम में कराने की पुष्टि कर लें।
* आपको बाद में कैलकुलेशन के लिए ग्राम में वजन की जरूरत पड़ेगी। अगर वजन किलोग्राम में लिया जा रहा है, तो आपको सही वजन निकालने में थोड़ी मुश्किल जाएगी।
नाइट्रिक एसिड से करें असली सोने की पहचान
अगर आप खुद असली सोने के बारे में पता लगाना चाहते हैं तो आप इस एसिड टेस्ट से आसानी से पता लगा सकते हैं. इसके लिए आप पिन से सोने पर हल्का सा खरोच लगाएं और फिर उस खरोच पर नाइट्रिक एसिड की एक बूंद डाले. नकली सोना तुरंत ही हरा हो जाएगा, जबकि असली सोने पर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा।
चेतावनी : नाइट्रिक एसिड स्ट्रॉंग होता है और आपकी त्वचा को जला सकता है, साथ ही ये आपकी गोल्ड ज्वेलरी को भी डैमेज कर सकता है। अगर आपको इसकी चिंता है, तो फिर प्रोफेशनल ज्वेलर या अप्रेजर को इस टेस्ट को हैंडल करने दें।
खनक की मदद से करें असली सोने की पहचान
असली और नकली सिक्कों की पहचान उसकी खनक से की जाती है. मेटल पर असली चांदी का सिक्का गिराने पर भारी आवाज, जबकि नकली सिक्का लोहे की तरह खनकता है. प्राचीन और विक्टोरियन सिक्के गोल व घिसे रहते हैं, जबकि नकली सिक्कों के किनारे कोर खुरदुरी रहती है।
* अगर आपको मालूम नहीं है कि कॉमन बुलियन सिक्के कैसे दिखते हैं और असली सोना कैसे पहचाना जाता है तो आप हमेशा विश्वसनीय दुकान से ही सोना खरीदें. साथ ही बड़े शोरुम आदि पर भी विश्वास किया जा सकता है, क्योंकि ये आपको सोने के असली होने को लेकर पूरे जरुरी दस्तावेज देते हैं।
* ज़्यादातर गोल्ड के टेस्ट परफेक्ट नहीं होते हैं, इसलिए आपको आपकी ज्वेलरी की शुद्धता का फैसला करने के लिए उसके कई सारे टेस्ट करने की जरूरत पड़ेगी।
* शायद आपने सोने को दांतों से काटकर जाँच करने के बारे में सुना होगा, जिसमें सोने के ऊपर आपके दांतों के निशान छूट जाते हैं। क्योंकि ज़्यादातर सोने की ज्वेलरी में कुछ ठोस धातुओं का मिश्रण शामिल होता है, इसलिए अपने दांतों को बचाने के लिए सोने को काटकर जाँच करने से बचें।
* जब ज्वेलरी पर लिखा रहता है कि सोना 24K है, तब उनका मतलब होता है कि सोना दूसरे मेटल्स की बहुत कम मात्रा के साथ 99.9% शुद्ध है। 22K गोल्ड पीस में 22 भाग सोना और 2 भाग दूसरे मेटल होते हैं।
* 24k क्वालिटी से कम के आइटम में दूसरे आइटम गोल्ड को सख्ती और कलर देते हैं। सोना खुद में ही काफी नरम होता है, इसलिए सोने के आइटम को ज्यादा मजबूत बनाने के लिए उसमें चाँदी और कॉपर के जैसे मेटल्स को मिलाया जाता है।
* सफेद सोने, पीले सोने, लाल सोने और रोज गोल्ड से बनी हुई ज्वेलरी सोना और दूसरी धातुओं का मिश्रण होता है।
* अगर आपको कभी भी आपके पास मौजूद सोने की शुद्धता की जांच कराने की जरूरत पड़े, तो उस ज्वेलरी को किसी प्रोफेशनल ज्वेलर या अप्रेजर के पास ले जाएँ।
सोने की कीमत उसके कैरेट के हिसाब से होती है और जितने ज्यादा कैरेट का सोना होगा, उतना ही महंगा होगा. इसलिए कैरेट देखकर उसकी कीमत की जानकारी रखें. दरअसल हम सोना खरीदते वक्त 24 कैरेट के सोने के भाव देखते हैं और ज्वैलरी के लिए 22 कैरेट खरीदते हैं, जिसकी कीमत बहुत कम होती है. इसके लिए 24 कैरेट सोने के भाव में 24 का भाग दें और 22 से गुणा करें इससे आपको 22 कैरेट सोने की कीमत पता चल जाएगी।