सिर्फ दीर्आयु होने से अच्छा है, स्वस्थ रहकर लंबी उम्र गुजरना। अमूमन लोग सिर्फ दीर्घ आयु की कामना करते हैं और फिर अपनी ज़िन्दगी के आखिर के चंद साल बीमारियों से परेशान हो कर ही जीते हैं। आप इस बात पर ध्यान दें कि कैसे दीर्घ आयु बिना स्वास्थ बिगड़े प्राप्त कर सकते हैं। ऐसा दीर्घायु आहार (लॉन्गेविटी डाइट) को अपनाने से मुमकिन है।
आजकल हर कोई लम्बा और स्वस्थ जीवन जीना चाहता है। खराब दिनचर्या, अनुचित खानपान और तनाव की वजह से मोटापा, मधुमेह, उच्च रक्तचाप आदि बीमारियां दस्तक देने लगती हैं, इनसे न केवल सेहत पर बुरा असर पड़ता ओ है, बल्कि आयु भी कम हो जाती है। इंसान हमेशा एक ऐसी जिंदगी के बारे में सोचता हो लंबी हो लेकिन किसी प्रकार की बीमारी नहीं हो। हर दिन खुशनुमा बीते। मानव शरीर को सही तरीके से काम करने के लिए कई विटामिन्स और मिनरल्स की जरूरत होती है। हेल्दी भोजन आपको एक हेल्दी लाइफस्टाइल जीने में मदद कर सकता है, लेकिन अगर आप अच्छी तरह से बैलेंस डाइट नहीं खाते हैं, तो यह आपके शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य पर नकारात्मक प्रभाव डाल सकता है। हम जो खाना रोजाना खाते हैं, उससे हमें सही मात्रा या संपूर्ण पोषण नहीं मिल पाता। इसलिए आपको जरूरत पड़ती है, एक ऐसे डाइट प्लान की जिससे आपको सभी जरूर पोषक तत्व मिल जाएं। इसलिए हमें अच्छी डाइट लेनी चाहिए। डाइट में ज्यादातर सब्जियां, फल और साबुत अनाज, हेल्दी फैट और हेल्दी प्रोटीन खाने चाहिए। इसके साथ मीठे पेय पदार्थों से दूरी बनानी चाहिए। इसकी जगह ज्यादा से ज्यादा पानी पीने की आदत डालें।
लम्बी उम्र के लिए डाइट टिप्स
हेल्दी और संतुलित डाइट लेने से स्वस्थ जीवन जीना संभव हो पाता है वहीं, बीमारियों का रिस्क, मोटापे का डर और लाइफस्टाइल से जुड़ी स्वास्थ्य समस्याओं का रिस्क भी बहुत कम हो सकता है। वहीं, एक नयी स्टडी में दावा किया गया है कि हेल्दी डाइट की मदद से लोगों को लम्बी जिंदगी जीने में सहायता हो सकती है। इस स्टडी के अनुसार, डाइट के साथ-साथ एक्सरसाइज और अल्कोहल-सिगरेट जैसी बुरी आदतों से परहेज करने से लोग दूसरों की तुलना में लम्बी ज़िंदगी जी सकते हैं।
फल और सब्जियां
आपकी डाइट में ताज़ा फल और सब्जियों भी अच्छी मात्रा में शामिल होनी चाहिए। सब्जियों में बीन्स, मटर, हरी पत्तेदार सब्जियां और रंगीन सब्जियां जरूर खाएं। इसके अलावा दालों को भी खाने में शामिल करें।
पानी का सेवन बढ़ाए उम्र
ब्लू जोन में रहने वाले लोग यूं तो कॉफी और चाय का सेवन भी करते हैं। लेकिन हाइड्रेट रहने के लिए यह पानी का सेवन सबसे ज्यादा करते हैं। वहीं अन्य क्षेत्रों में लोग सोडा या सॉफ्ट ड्रिंक का सेवन करते हैं जिन्में अधिक मात्रा में चीनी होती है, जो सेहत को नुकसान पहुंचाती है। इसलिए स्वस्थ रहने के लिए अधिक से अधिक पानी पीने की आदत डालें।
बेरीज
एंट़ीऑक्सीडेंट्स से भरपूर बेरीज को हेल्दी स्किन और स्ट्रॉन्ग इम्यूनिटी की गारंटी माना जाता है। इन नन्हें फलों के सेवन से लिवर से जुड़ी बीमारियों का रिस्क भी कम होता है। आप अपनी डाइट में आंवला, ब्लूबेरी, स्ट्राबेरी, ब्लैकबेरी और रैस्पबेरी जैसे फ्रूट्स को शामिल कर सकते हैं।
बीन्स
बीन्स सेहत के लिए बहुत अच्छे होते हैं। इनमें फाइबर, सोडियम, फोलेट्स, विटामिन, कैल्शियम और अन्य पोषक तत्व होते हैं। इसलिए सुबह एक कटोरी बीन्स खाने की सलाह दी जाती है। खनिज तत्व के साथ ही कॉपर, विटामिन बी 6, मैग्नीशियम, जिंक, सेलेनियम और विटामिन के की भरपूर मात्रा होती है। बीन्स कोलेस्ट्रॉल के लेवल को कम करता है। यह दिल के मरीजों के लिए एक अच्छा स्त्रोत है।
हरी पत्तेदार सब्जियां
साग या हरी सब्जियां हर घर में बनती हैं। कुछ इन्हें सूप या सलाद के तौर पर अपनी डाइट में जगह देते हैं तो कुछ सब्जी, बड़ियां, रोटी और दाल के साथ पकाकर पालक, मेथी, केल, धनिया, चौलाई और बथुआ की पत्तियों का सेवन करते हैं। वहीं, अब केल, कोलार्ड और चार्ड के पत्तों को भी भारतीय किचन में जगह मिल रही है। लेकिन, अगर आप उन लोगों में से हैं जो हरी पत्तेदार सब्जियां नहीं खाते तो इस आदत को आज से ही बदलें। हरी सब्जियों में विभिन्न विटामिंस और मिनरल्स के साथ-साथ कई एंटीऑक्सीडेंट भी पाए जाते हैं जो ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस को कम करते हैं। इसके साथ ही इम्यूनिटी बढ़ाने, हड्डियों को मजबूत करने और मेमरी बूस्ट करने का भी काम हरी सब्जियों में पाए जाने वाले तत्व काफी आसान बना सकते हैं।
हर्बल टी
आयुर्वेदिक और पारम्परिक चीनी चिकित्सा पद्धति में कई नेचुरल चीजों जैसे पत्तों, फूलों, फलों और हर्ब्स से बनी चाय और काढ़े के सेवन की सलाह दी जाती है। अदरक, काली मिर्च, लेमन ग्रास, कच्ची हल्दी और तुलसी जैसी औषधिय गुणों से भरपूर चीजों का इस्तेमाल हर्बल टी बनाने के लिए किया जाता है। इन सबमें एंटीऑक्सीडेंट और पॉलीफेनोल तत्व पाए जाते हैं जो शरीर के लिए फायदेमंद साबित होते हैं।
ओमेगा 3 फैटी एसिड
मछलियों का सेवन आंखों, बालों, स्किन, इम्यून सिस्टम और हड्डियों की अच्छी सेहत के लिहाज से बहुत फायदेमंद मानी जाती हैं। इसी तरह मछलियों की कुछ प्रजातियों में ओमेगा -3 फैटी एसिड पाए जाते हैं। इसके साथ ही प्रोटीन, विटामिन ई और अन्य हेल्दी ऑइल्स मछलियों में पाए जाते हैं। वहीं, एंटी इंफ्लेमेटरी गुणों से भरपूर होने के कारण मछलियों के सेवन से आर्थराइटिस और कार्डियोवैस्कुलर बीमारियों का रिस्क भी कम होता है।
परिवार के साथ खाना और ग्रेटफुल रहना
ब्लू जोन के क्षेत्र में रहने वाले लोग अक्सर परिवार के साथ ही भोजन करते हैं और भोजन से पहले ऊपर वाले को शुक्रिया कहते हैं। इस तरह यह अधिक खुश रहते हैं और इनकी सेहत भी अन्य स्थानों पर रहने वाले लोगों से अच्छी रहती है।
चीनी का सेवन कम करें
शरीर में अत्यधिक कैलोरी और रक्त शर्करा से मोटापा, कैंसर, मधुमेह, दांतों और लिवर की बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है। लिहाजा आप चीनी का सेवन कम मात्रा में करें। इसके अलावा चाय, कॉफी, चटनी, केचअप, केक, कोल्ड ड्रिंक आदि का सेवन भी सीमित मात्रा में करना चाहिए। आप जूस के फलों के बदले ताजे फलों का सेवन करें।
सोडियम
सोडियम जितना जरूरी है उतना ही आपके स्वास्थ्य के लिए हानिकारक भी हो सकता है। माना जाता है कि ज्यादा नमक हाई ब्लड प्रेशर, हृदय रोग और स्ट्रोक का कारण बन सकता है। इससे कैल्शियम की हानि हो सकती है, यह आपकी हड्डियों को कमजोर कर सकता है। जैसे-जैसे आपकी उम्र बढ़ती है, पैकेज्ड फूड में नमक की मात्रा वास्तव में आपके स्वास्थ्य पर भारी पड़ सकती है।
मीट का सेवन कम करें
आमतौर पर जहां दुनियाभर में प्रोटीन की पूर्ति के लिए लोग मीट का सेवन करते हैं। वही ब्लू जोन के लोग मीट को साइड फूड की तरह रखते हैं और इनका सेवन कभी – कभी और बेहद कम करते हैं।
जंक फूड से बचें
दमकते सौंदर्य के लिए फल और तरल, बिना नमक, मिर्च वाले खाने जहां वरदान हैं, वहीं जंक फूड जैसे पिज्जा, बर्गर, चिप्स और डिब्बा बंद खाद्य-पदार्थ सेहत के साथ सौंदर्य के लिए भी अभिशाप हैं। सुंदर त्वचा के लिए जिंक भी बहुत फायदेमंद होता है। जिंक गहरे रंग की सब्जियों में पाया जाता है। प्रतिदिन फलों का सेवन जरूर करें। सेब, अनार, अंगूर, मौसंबी, संतरे और केले स्वास्थ्य और सौंदर्यवर्धक फल हैं।
नियमित व्यायाम करें
अपने दैनिक जीवन में व्यायाम को शामिल कर सकते हैं जो लंबी उम्र जीने की तैयारी होती है। व्यायाम आपके शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य दोनों को बढ़ावा देते हैं। आपके द्वारा की जाने वाली शारीरिक गतिविधि या व्यायाम शरीर को मजबूत करने और वजन प्रबंधन में सहायक होती हैं। आप अपने दैनिक जीवन में व्यायाम को शामिल कर शारीरिक संतुलन और समन्वय को भी बेहतर बना सकते हैं। इसके अलावा नियमित शारीरिक परिश्रम करने से आपका शरीर एंडोर्फिन हार्मोन को उत्सर्जित करता है जिससे आपको आराम करने और अच्छा महसूस करने में मदद मिलती है। लंबी उम्र जीने के लिए आप एरोबिक एक्सरसाइज को अपना सकते हैं। यह आपकी हृदय गति और धीरज को बेहतर बनाता है। इसके अलावा आप अन्य संभावित गतिविधियां जैसे जॉगिंग करना, तेज चलना, दौड़ना, तैराकी और अन्य प्रकार के खेल आदि भी शामिल कर सकते हैं।
बड़ी उम्र की तरफ बढ़ते हुए हम जो भी आहार लेते हैं उसका प्रभाव हमारे शरीर पर सबसे अधिक पड़ता है। हमारे आहार का चुनाव ही तय करता है कि हम कितनी स्वस्थ व लम्बी ज़िन्दगी जिएंगे। लेकिन इसका मतलब यह भी नहीं है कि यदि हमारा खान पान पोष्टिक न हुआ तो हम दीर्घ आयु को प्राप्त नहीं हो पाएंगे।