हरिद्वार। मकर संक्रांति पर्व पर हरिद्वार में लाखों श्रद्धालुओं के पहुंचने की संभावना है। मकर संक्रांति के स्नान पर्व को लेकर जिला प्रशासन ने एसओपी जारी कर दी है। राज्य के बाहर से आने वाले श्रद्धालुओं को पांच दिन की अवधि की कोविड आरटीपीसीआर जांच की निगेटिव रिपोर्ट साथ लाना अनिवार्य होगा। श्रद्धालुओं की भीड़ की संभावना के मद्देनजर मेला पुलिस-प्रशासन ने बाहरी राज्यों से आने वाले वाहनों का रूट प्लान जारी करने के साथ पार्किंग स्थल भी निर्धारित कर दिए हैं। शहर में वाहनों का दबाव बढ़ने की स्थिति में रूट डायर्वजन भी लागू किया जाएगा। भीड़ के सामान्य रहने पर पास धारक एवं गंगा सभा का परिचय पत्र धारक व्यक्ति उपरोक्त प्लान के विपरीत दिशा में भी जा सकेंगे। सामान्य परिस्थितियों में यातायात को सुचारू बनाए रखने के लिए रूट प्लान 13 जनवरी दोपहर 12 बजे से 15 जनवरी की दोपहर दो बजे तक लागू रहेगा। आवश्यक सेवाओं में दूध, तेल, गैस आदि के ट्रक एवं टैंकर पर यह प्रतिबंध नहीं होगा।
मकर संक्रांति के स्नान पर्व को लेकर जिला प्रशासन ने एसओपी जारी कर दी है। राज्य के बाहर से आने वाले श्रद्धालुओं को पांच दिन की अवधि की कोविड आरटीपीसीआर जांच की निगेटिव रिपोर्ट साथ लाना अनिवार्य होगा। हालांकि प्रशासन का कहना है कि राज्य सीमा पर श्रद्धालुओं को रोका नहीं जाएगा। बार्डर में पूर्व की तरह केवल रैंडम सैंपलिंग व्यवस्था ही होगी। ऐसे में कोविड रिपोर्ट की अनिवार्यता को लेकर प्रशासन स्वयं असमंजस से घिरा नजर आ रहा है। डीएम सी. रविशंकर ने मकर संक्रांति के स्नान पर्व को लेकर एसओपी जारी कर दी। होटल, धर्मशाला, आश्रम गेस्ट हॉउस प्रबंधन को श्रद्धालुओं की थर्मल स्कैनिंग करना अनिवार्य होगा। श्रद्धालुओें के लिए दो गज की दूरी और मास्क पहनना भी अनिवार्य होगा। वहीं कोविड गाइडलाइन के उल्लंघन पर आपदा प्रबंधन अधिनियम के तहत कार्रवाई की जाएगी। बताया कि पूर्व की तरह स्नान पर्व के दिन भी बार्डर पर रैंडम सैंपलिंग की जाएगी। बताया कि श्रद्धालुओं से कोविड की आरटीपीसीआर जांच की निगेटिव रिपार्ट लाने की अपेक्षा की गई है, जिसकी अवधि पांच दिन निर्धारित होगी। डीएम ने बताया कि किसी भी श्रद्धालु को रोका नहीं जाएगा, लेकिन अगर कोविड रिपोर्ट न लाने का मामला संज्ञान में आता है तो कार्रवाई की जाएगी।
विभिन्न राज्यों की परिवहन निगम की बसें: रोड़वेज की बसें हरिद्वार-रुड़की हाईवे से आकर ऋषिकुल पुल पार कर उत्तराखंड राज्य परिवहन बस अड्डे पर जाएंगी। इनकी वापसी भी इसी मार्ग से होगी। राष्ट्रीय राजमार्ग पर वाहनों का अधिक दबाव होने पर बसों को मंगलौर बस अड्डे से डाइवर्ट कर लंढौरा-लक्सर से जगजीतपुर तिरछी पुलिया डाइवर्जन से दक्षद्वीप होते हुए बैरागी पार्किंग पर खड़ा करवाया जाएगा। इस पार्किंग स्थल में खड़े होने वाले वाहन श्रीयंत्र टापू पुल, बूढ़ी माता तिराहा, सिंहद्वार चौक और रुड़की राष्ट्रीय राजमार्ग होते हुए वापस जाएंगे।
कांट्रैक्ट कैरिज एवं छोटे वाहन: इनको मंगलौर बस अड्डे से डाइवर्ट कर लंढौरा-लक्सर से जगजीतपुर तिरछी पुलिया डाइवर्जन से दक्षद्वीप होते हुए बैरागी पार्किंग पर खड़ा कराया जाएगा। इस पार्किंग स्थल में वाहन श्रीयंत्र टापू पुल से बूढ़ी माता तिराहे से सिंहद्वार चौक से रुड़की राष्ट्रीय राजमार्ग से वापस जाएंगे।
हल्के वाहन: मंगलौर बस अड्डे से डाइवर्ट कर लंढौरा-लक्सर से जगजीतपुर तिरछी पुलिया डाइवर्जन से दक्षद्वीप होते हुए बैरागी कैंप होकर चंडी चौक होते हुए चमगादड़ टापू मैदान पर पार्क कराए जाएंगे। पार्किंग स्थल भरने पर इस मार्ग से आने वाले वाहन धोबी घाट में बने बहुमंजिला पार्किंग स्थल पर पार्क होंगे। यहां पार्क होने वाले वाहन रुड़की राष्ट्रीय राजमार्ग से वापस जाएंगे।