नई दिल्ली। कमजोर वैश्विक दरों के बीच आज भारतीय बाजारों में सोने और चांदी की वायदा कीमतों में तेज गिरावट आई। एमसीएक्स पर सोने की वायदा कीमत 0.6 फीसदी गिरकर के एक महीने के निचले स्तर के करीब 48,845 रुपये प्रति 10 ग्राम पर आ गई। लगातार चौथे दिन इसमें गिरावट दर्ज की गई है। चांदी की बात करें, तो एमसीएक्स पर चांदी वायदा भी 0.6 फीसदी गिरकर 66,130 रुपये प्रति किलोग्राम पर आ गई। गणतंत्र दिवस के अवसर पर मंगलवार को भारतीय बाजार बंद थे।
वैश्विक बाजारों में इतना रहा दाम
अंतर्राष्ट्रीय बाजारों में, अमेरिकी फेडरल रिजर्व की मौद्रिक नीति के फैसले से पहले आज सोने की कीमतों में गिरावट आई है। सोना हाजिर 0.3 फीसदी फिसलकर 1,845.30 डॉलर प्रति औंस हो गया, जबकि चांदी 25.43 डॉलर प्रति औंस पर बंद हुई थी। हालांकि अमेरिकी केंद्रीय बैंक द्वारा कोई बड़ी घोषणा होने की उम्मीद नहीं है, लेकिन व्यापारी मौद्रिक नीति की नई योजनाओं के बारे में जानने के इच्छुक हैं।
दुनिया की सबसे बड़ी गोल्ड समर्थित एक्सचेंज ट्रेडेड फंड या गोल्ड ईटीएफ, एसपीडीआर गोल्ड ट्रस्ट की होल्डिंग्स मंगलवार को 0.1 फीसदी गिरकर 1,172.38 टन हो गई। स्वर्ण ईटीएफ सोने की कीमतों पर आधारित होते हैं और उसके दाम में आने वाली घट-बढ़ पर ही इसका दाम भी घटता बढ़ता है। मालूम हो कि ईटीएफ का प्रवाह सोने में कमजोर निवेशक रुचि को दर्शाता है। एक मजबूत डॉलर अन्य मुद्राओं के धारकों के लिए सोने को अधिक महंगा बनाता है। हाल के दिनों में अमेरिकी डॉलर इंडेक्स में रुझान सोने के लिए प्रमुख मूल्य निर्धारण कारक रहा है। आज डॉलर इंडेक्स 90.203 पर थोड़ा अधिक रहा। दूसरी ओर, कोरोना वायरस के बढ़ते मामले, प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं के मिश्रित आर्थिक आंकड़े और अमेरिका-चीन के तनाव के बीच सोने को सेफ हेवेन अपील से अपील से निचले स्तर पर समर्थन मिला है। एशिया में भौतिक सोने की मांग पिछले हफ्ते बढ़ी क्योंकि चीनी नव वर्ष ने चीन और सिंगापुर में खरीदारों को प्रोत्साहित किया है। भारत में सोने पर 12.5 फीसदी आयात शुल्क और तीन फीसदी जीएसटी लगता है।