दुर्ग। 17 अक्टूबर, 2022, (सीजी संदेश) : आज चंदूलाल चंद्राकर स्मृति शासकीय चिकित्सा महाविद्यालय में इन्फेक्शन प्रिवेंशन सप्ताह के अंतर्गत छूत के रोगों ( संक्रमण या इन्फेक्शन )पर संगोष्ठी का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में डॉ. उमेश खुराना ने कहा कि डॉक्टर, नर्सेस व सफाई कर्मचारियों और नागरिकों को कोविड -19, हिपेटाइटिस बी और इन्फेलुजा जैसे दुर्लभ बीमारियों से वैक्सीन लगाकर इन संक्रमणो से बचाया जा सकता है। इसक्रम में विषज्ञयों ने अपने व्याख्यानो में बताया कि कोविड-19 की महामारी के बाद जन सामान्य भी शारीरिक व आसपास के वातावरण की साफ़-सफाई का महत्व भाली भांति समझने लगा है और बचाव के लिए बड़ी मात्रा में मास्क, सैनिटाइजर व ग्लव्स का प्रयोग किया।
कार्यक्र में बताया गया कि छूत के रोगों से बचाव के लिए 20 सेकेण्ड तक बताई हुई विधि से साबुन से हाँथ धोने या अल्कोहल युक्त सैनिटाइजर का उपयोग कर व्यक्ति संक्रमण से दूर हो सकता है। इसके अलावा खाँसते और छिंकते समय सावधानियाँ रखकर कोविड, इन्फेलुजा व कई स्वसन तंत्र के रोगों से बचा जा सकता है। वहीं संक्रमित वस्तुओं को निर्धारित लाल, नीले, पीले, सफ़ेद और काले डब्बो में डालकर निस्तारण हेतु भेजकर संक्रमण को फैलने से रोका जा सकता है। इस कार्यक्रम को डॉ. ऋचा तिग्गा, डॉ. रश्मिका दवे व डॉ. पी. अनुषा ने संयोजित किया। मैक्रो बायोलॉजी विभाग द्वारा आयोजित इस आयोजन में अधिष्ठाता, अस्पताल अधीक्षक, सभी विभागध्यक्षो एवं अन्य चिकित्सा शिक्षक शामिल हुए ।