भिलाई 2 दिसंबर (सीजी संदेश)।नगर निगम भिलाई में सफाई ठेका को लेकर बवाल मचा हुआ है। सफाई ठेकेदार पार्षदों सहित सबकी जरूरत की पूर्ति हर प्रकार से कर रहा है तथा कई वर्षों से लगातार नगर निगम में सफाई का ठेका लिया हुआ है। भूचाल तब आ गया जब कर्मचारियों को द्वारा कंपनी के ठेकेदार के द्वारा 2 महीनों का वेतन भुगतान नहीं किया गया और वे लोग हड़ताल पर बैठ गए। इसी बीच स्वास्थ्य अधिकारी धर्मेंद्र मिश्रा का वीडियो वायरल हो गया जिसमें कह रहे हैं नेता प्रतिपक्ष रिकेश सेन के कहने पर ही ठेका दिया गया है। नेता इसके बाद से तनातनी चल रही है। इस मुद्दे को लेकर पूर्व नेता प्रतिपक्ष रिकेश सेन ने आयुक्त और महापौर को पत्र लिखकर स्वास्थ्य अधिकारी को हटाने की मांग कर रहे हैं। इस पर तत्कालीन आयुक्त ने कहां मुझे अधिकार नहीं है। 10 दिसंबर तक इंतजार करें तब तक आयुक्त रोहित व्यास अपने अवकाश से लौट आएंगे। इस पर महापौर नीरज पाल ने कहा कि प्रभारी स्वास्थ्य अधिकारी का बयान का समर्थन नहीं किया जा सकता। आयुक्त से कहूंगा की स्वास्थ्य प्रभारी से स्पष्टीकरण लिया जाये उसके बाद कार्यवाही की जायेगी। महापौर ने नेता प्रतिपक्ष रिकेश सेन से कहा कि 10 तारीख तक इंतजार करें निश्चित रूप से आपको निराश नहीं किया जायेगा।प्रभारी स्वास्थ्य अधिकारी धर्मेन्द्र मिश्रा, नगर पालिक निगम, भिलाई के द्वारा वेतन नहीं मिलने से सफाई कर्मचारियों के आंदोलन में प्रभारी स्वास्थ्य अधिकारी ने स्पष्ट रूप से कहा कि वह ग्रीन नेचर कंपनी को ठेका देना चाहते थे, लेकिन रिकेश सेन तत्कालीन नेता प्रतिपक्ष के सिफारिश में पी.वी. रमन के कंपनी को दिया गया। उस विडियों में बहुत सी बातें स्पष्ट नहीं है। जैसा कि नगर पालिक नियम अधिनियम 1956 कि धारा 69(4) में प्रदत्त शक्तियों के अनुसार नगर पालिक निगम आयुक्त को निविदा आमंत्रित करने की अनुमति होती है। जिसके तहत निविदा आमंत्रित कर सभी प्रतियोगी निविदा में न्यूनतम दर (Lowest Rate) को नियमानुसार कार्यादेश (Workorder) दिया जाता है। निविदा बुलाने की शक्तियां न ही महापौर के पास है न ही मेयर-इन-काउंसिल के पास है और न हीं पार्षद को ये अधिकार दिया गया है। उसके बाद इस प्रकार का गैर जिम्मेदाराना बयान प्रभारी स्वास्थ्य अधिकारी का आना उचित नहीं है। इस पूरे प्रकरण की एवं विडियो का परीक्षण कर जांच किया जाए। उसके बाद प्रभारी स्वास्थ्य अधिकारी को उसके पद से तत्काल हटाकर उचित कार्यवाही किया जाये। गौरतलब है कि पी वी रमन कंपनी कई वर्षों से निगम में ठेका ले रही है और पार्षद सहित अधिकारी कर्मचारी की हर प्रकार से सेवा देते आ रहा है। सफाई के नाम पर आम जनमानस को छल रहा है। स्वास्थ्य प्रभारी के घर में कई ठेका कर्मचारी कार्यरत हैं, जिसे जैसा चाहिए उक्त ठेकेदार के द्वारा उपलब्ध करा दिया जाता है।
सत्ता के रहते मेरा क्या होगा : स्वास्थ्य अधिकारी और पार्षद के बीच द्वंद ,,,,,आयुक्त और महापौर के पास प्रभारी स्वास्थ्य अधिकारी को हटाने की रखी मांग
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