दुर्ग। 04 फरवरी 2022 (सीजी संदेश) : संभागायुक्त महादेव कावरे ने आज पाटन ब्लाक के धान खरीदी केंद्रों का निरीक्षण किया। किसानों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए राज्य सरकार द्वारा धान खरीदी एक सप्ताह बढ़ाने का निर्णय लिया गया था। संभागायुक्त ने अपने निरीक्षण के दौरान किसानों से बातचीत की। किसानों ने संभागायुक्त को बताया कि खरीदी केंद्रों में अच्छी व्यवस्था है। जनवरी महीने में मौसम काफी खराब रहने के कारण धान बेच नहीं पाये थे। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने किसानों के हित में अच्छा निर्णय लिया और अब हम अपना धान बेच पा रहे हैं। उल्लेखनीय है कि जिले में अब तक 95 हजार 505 किसान धान बेच चुके हैं और इस तरह 4 लाख 15 हजार 671 मीट्रिक टन धान खरीदा जा चुका है। संभागायुक्त ने किसानों से टोकन आदि समय पर मिलने के बारे में भी पूछा। किसानों ने बताया कि टोकन की व्यवस्था अच्छी बनाई गई है और यह अच्छी बात है कि अब किसानों को धान खरीदी केंद्र में अधिक समय तक रूकना नहीं पड़ता। पहले खरीदी की बेहतर व्यवस्था नहीं होने के कारण किसानों को देर तक खरीदी केंद्रों में समय गुजारना पड़ता था। अब काफी जल्दी खरीदी हो जाती है। संभागायुक्त ने आर्द्रतामापी आदि यंत्र देखे। इसके साथ ही किसानों को यह भी पूछा कि तौल से संतुष्टि है या नहीं। किसानों ने व्यवस्था से संतुष्टि जताई। पाटन केंद्र में संभागायुक्त ने तेजी से धान के उठाव के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि इस बात की मानिटरिंग करनी है कि जल्द से जल्द धान का उठाव हो जाए। इसके साथ ही उन्होंने कैप कवर आदि की व्यवस्था की जानकारी भी ली। उन्होंने कहा कि जनवरी महीने में मौसम में काफी उतार-चढ़ाव रहा। मौसम की अनिश्चितता को देखते हुए कैप कवर के संबंध में हमेशा एलर्ट रहें। आखरी दिनों में धान खरीदी अधिक होती है, इसके अनुरूप उठाव की व्यवस्था पर भी नजर रखे रहें। संभागायुक्त सेलूद धान संग्रहण केंद्र भी पहुँचे। यहां उन्होंने अब तक हुई धान खरीदी की जानकारी ली। यहां समिति प्रबंधक श्री राजकुमार ने बताया कि अब तक केंद्र में 2 लाख 28 हजार क्विंटल धान की खरीदी हो चुकी है। संभागायुक्त ने समिति प्रबंधक को धान का विक्रय करने आये किसानों की सभी सुविधाओं का ध्यान रखते हुए यथाशीघ्र खरीदी और उसके साथ ही शीघ्रताशीघ्र उठाव पर नजर रखने भी निर्देशित किया।
संभागायुक्त ने सेलूद खरीदी केन्द्र में बिखरे हुए धान को एकत्रित करने के निर्देश दिये। साथ ही खरीदी स्थल पर मजदूरों के लिए पेयजल आदि के प्रबंध के भी निर्देश दिये।