भिलाई तीन। डॉ खूबचंद बघेल शासकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय भिलाई तीन में l.Q.A.C एवं हिंदी विभाग के द्वारा कबीर जयन्ती आयोजित की गई। इस कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए महाविद्यालय की प्राचार्य डॉ अमृता कस्तूरे ने कहा कि ” आज के विषय परिस्तिथियों में भी कबीर इसलिए प्रासंगिता है क्योंकि उन्होंने हमे जाति-वादी , वर्ण व्यवस्था बाह्मआडंबर एवं बहुदेववाद , मूर्ति पूजा से हरकर मानवीय मूल्यों को महत्व दिया था। उन्होंने आत्माराम जी प्रेमोपासना पर विशेष जोर दिया था। | इस कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि वक्ता डॉ अंबरीश त्रिपाठी ने कबीर को नए ढंग से विश्लेषित करते हुए कहा कि कबीर को भारत में ही नहीं विदेशों में भी सम्मान के साथ पढ़ा जाता है । उनको सूफी संगीतकारों ने जिस रूप में अपनाया है वह भारत के साथ पाकिस्तान और अफगानिस्तान में भी कबीर song के रूप में गाए जाते हैं। I.Q.A.C के अध्यक्ष डॉक्टर मनीष कालरा ने कबीर को मध्यकाल का सबसे बड़ा भक्त कवि बताया । वही हिंदी विभाग के डॉक्टर शैलेंद्र कुमार ठाकुर ने उन्हे महान संत समाज सुधारक एवं लोक जागरण कवि के रूप मे स्वीकार किया। कार्यक्रम का संचालन करते हुए डॉ शीला विजय ने कबीर की उक्तियो को जनमानस को जगाने वाला मंत्र बताया । यह कार्यक्रम छात्र-छात्राओं के लिए भी उपयोगी था। महाविद्यालय के छात्र छात्राओं ने कबीर के दोहों का अर्थ सहित व्याख्या किया । इस कार्यक्रम मेंअनेकानेक छात्राओं ने अपनी गरिमामयी भागीदारी दी । उनके साथ ही छात्रों के कार्यक्रम को संचालित करते हुए उमा आडिल ने उन्हें साहित्य से जुड़ने एवं सीखने के लिए उत्साहित किया । कार्यक्रम को तकनीकी तौर पर संचालित करने वाले प्रो. दिलीप राज श्रीवास्तव ने अच्छी भूमिका निभाई । इस कार्यक्रम में भाग लेने वाले एवं सहयोग देने वाले कमुन , खोमन बंछोर , शैलेंद्र कुशवाह एवं महाविद्यालय के सभी अध्यापकों की अहम भूमिका थी । कार्यक्रम के अंत में डॉ शैलेंद्र कुमार ठाकुर ने धन्यवाद ज्ञापित किया।
संत कबीर ने मानवीय मूल्यों को महत्व दिया: डॉ कस्तूरे ,,,, कॉलेज में कबीर दास जयंती मनाई गई,,,,,देश ही नहीं विदेशों में भी बजते हैं भजन

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