भिलाई 12 मार्च : प्रो. संगीता रंगारी को पंडित रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय रायपुर द्वारा हिन्दी विषय मे पीएचडी की उपाधि प्रदान की गई है। इन्होंने अपना शोध कार्य “छत्तीसगढ़ी लोक गीतों में रस-योजना :एक अध्ययन” विषय पर शोध निर्देशक डॉ शैलेन्द्र कुमार ठाकुर डॉ खूबचंद बघेल स्नातकोत्तर महाविद्यालय भिलाई-3, एवम शोध सह -निर्देशक डॉ अभिनेष सुराना शासकीय स्वशासी महाविद्यालय दुर्ग के कुशल नेतृत्व एवम मार्गदर्शन में पूर्ण किया। श्रीमती रंगारी की इस उपलब्धि पर डॉ आर.एन. सिंह.(प्राचार्य), डॉ अल्का मेश्राम (प्राचार्य) वैशाली नगर, डॉ बी. एन. जागृत, प्रो. राजकुमार लहरे, डॉ मनोज रंगारी, प्रो.मार्ग्रेट कुजूर, प्रो.देवानन्द बोरकर, प्रो. शिवकुमार बंजारे, डॉ मुन्नालाल नंदेश्वर, एवम इस उपलब्धि को बौद्ध समाज के लिए गर्व की बात बताते हुए दि बुद्धिष्ट सोसायटी आॅफ इंडिया शाखा छ.ग.राज्य के प्रदेश अध्यक्ष अनिल मेश्राम, विनोद बंसोड, मनोज मून, राजेश वंजारी, अशोक गजभिये, नरेश मेश्राम, सुनिल गणवीर, सुधेश रामटेके, नरेंद्र शेंडे, बिशेसर गजभिये, ठानेन्द्र कामड़े, गौतम खोब्रागड़े, खरेन्द्र मेश्राम व दि बुद्धिष्ट सोसायटी आॅफ इंडिया महिला प्रकोष्ठ की प्रदेश अध्यक्ष भारती खांडेकर, जयश्री बौद्ध, सीमा शेंडे, नीतू डोंगरे, निर्मला गजभिये, संगीता खोब्रागडे, किरण शयामकुंवर, वंदना बौद्ध, बबीता नागवंशी, अल्का तभाने, शीला कामले, सूर्यवंता तुरकर, ममता मेश्राम, सीमा सहारे, बुद्धमित्रा वासनिक, वंदिता गजभिये, वंदना मेश्राम सहित समाज के अनेक लोगो ने हर्ष व्यक्त करते हुए श्रीमती संगीता रंगारी को बधाई देते हुए उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की है।