भिलाई 19 मई (सीजी संदेश)। धोखाधड़ी, घोटाला एवं गड़बड़ी के लिए अब नगर निगम भिलाई अपनी एक पहचान बना रहा है। एक और जहां प्रदेश के मुखिया सरकार की छवि बनाने में लगे हैं वहीं दूसरी ओर यहां के जनप्रतिनिधि ठेकेदार से सांठगांठ कर लूटने में लगे हैं। इस घोटाले का खुलासा कोई और नहीं वही के पार्षद बैठक में कर रहे हैं। यह कोई नई बात नहीं है ।
लगातार निगम में भ्रष्टाचार होते रहा है। इन सब को उजागर करना हमारी मजबूरी है कई लोग बेबस है।नगर निगम भिलाई के जोन 3 कार्यालय में जोन समिति की बैठक 19 मई को हुई। बैठक में पार्षदों ने बताया कि नगर निगम में सफाई के नाम पर ठेकेदार खुलेआम धोखाधड़ी और गड़बड़ी कर रहे हैं। सभी पार्षदों के वार्डों में 25-26 सफाई कर्मचारी का सेटअप बनाया जा रहा है, लेकिन काम पर रोज 12 से 13 कर्मी ही आते हैं। जबकि ठेकेदार 25 से 26 सफाई कर्मचारी दर्शाता है। इस तरह से ठेकेदार धोखाधड़ी कर रहा है।सभी पार्षदों नेे कहा कि उन सभी के वार्डों में ऐसा ही किया जा रहा है। इस पर पार्षदों ने आयुक्त ईशा लहरे को बैठक में चेतावनी दी और लिखित में कहा कि है कि निगम में ठेकेदार के सांठगांठ के साथ चल रहे इस तरह की गड़बड़ी को बंद किया जाए और सफाई व्यवस्था सुधारी जाए। वरना जोन के सभी पार्षद उग्र आंदोलन करेंगे। बैठक में जोन आयुक्त ईशा लहरे ने सफाई व्यवस्था में सुधार कराने की बात कही और सफाई कर्मचारियों की संख्या भी बढ़ाने के विषय पर आश्वासन दिया। बैठक में जोन अध्यक्ष जालंधर पार्षद मन्नान खान, इंजीनियर सलमान, लक्ष्मी दिवाकर, प्रियंका, सैलजा राजू, शकुंतला साहू, सुरेश वर्मा, चेलक आदि पार्षद और जोन आयुक्त ईशा व अन्य जोन के अधिकारी शामिल थे।पार्षदों ने बैठक में जोन आयुक्त को बताया कि सुपेरवाइजर मनमानी कर रहे हैं। ठीक से काम नहीं करते और उनकी सूनते भी नहीं है। इस पर जोन आयुक्त ईशा ने सुपरवाइजर मनीष और सुरेंद्र को बुलाकर जमकर फटकार लगाई और सभी को निर्देश दिया कि पार्षदों की बात सूनना है।पार्षदों ने बैठक में मांग की है कि बारिश का सीजन आने वाला है। इससे पहले उनके वार्डों के सभी बड़ी-छोटी नालियों की पूरी तरह से सफाई की जाए। क्योंकि उनके वार्ड काफी सघन बस्ती वाले हैं। नीचली बस्ती और बेहतर निकासी का साधन नहीं है। इस वजह से बारिश का पानी लोगों के घरों भरता है। इस बार ऐसी नौबत नहीं आनी चाहिए।