भिलाई। 26 अगस्त : प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय की पूर्व मुख्य प्रशसिका दादी प्रकाशमणि की तेरहवीं पुण्यतिथि के अवसर पर विश्व के सभी सेवाकेंद्रों सहित भिलाई स्थित पीस ऑडिटोरियम में विश्व बंधुत्व दिवस के रूप में दादी जी को श्रद्धांजलि अर्पित की गई। सन 1969 में संस्था के संस्थापक ब्रह्मा बाबा के अव्यक्त होने के बाद दादी जी ने संस्था का नेतृत्व किया। शुद्ध पवित्र संकल्पों, त्याग, तपस्या द्वारा आपने संस्था को अपने नाम के अनुरूप समूचे विश्व के कोने कोने में इस ज्ञान के प्रकाश को फैलाकर सभी को एक सूत्र में बांधा। भिलाई सेवाकेंद्रों की निदेशिका ब्रम्हाकुमारी आशा दीदी ने दादी प्रकाशमणि के जीवन के बारे में बताते हुए कहा कि दादी जी ने राजयोग भवन भिलाई सेवाकेंद्र का उद्घाटन अपने कर कमलों द्वारा किया था। उनकी मुख्य शिक्षा निमित्त निर्माण और निर्मल वाणी और सर्व के प्रति निस्वार्थ प्यार हर एक को सम्मान देना तथा किसी की बुराई को अपने मन में ना रखना।
कहना और करना एक समान होना चाहिए। दादी जी के नेतृत्व में ही संयुक्त राज्य संघ द्वारा संस्था को शांतिदूत पुरस्कार से सम्मानित किया गया था। विशाल ह्रदय एवं दूरदर्शिता से आपने संस्था को मैं पन को त्याग, निमित्त बनकर दया व क्षमा भाव से हर एक की जीवन बदलने के लिये प्रेरित किया। दादी जी से उस जगत नियंता का प्यार अनुभव होता था। इस अवसर पर भिलाई एवं आसपास क्षेत्रों के सेवाकेंद्रों की वरिष्ठ ब्रह्माकुमारी बहनों द्वारा दादी संग अनुभव को ऑनलाइन दिखाया गया। अंत में सभी ने स्वयं के लिए इस विशेष वरदानी दिन में दादी जी की शिक्षाओं को आत्मसात करने का दृढ संकल्प किया।