भिलाई। 26 अप्रैल : भिलाई संयंत्र में वेतन समझौते और कोरोना महामारी में दिवंगत हुए कर्मचारियों के अनुकंपा नियुक्ति के लिए आंदोलनरत कर्मचारियों पर निलंबन व कारण बताओ नोटिस और एफ आई आर की कार्यवाही के विरोध में आज भिलाई स्टील मजदूर सभा एटक के कार्यालय में सभी यूनियनों (एटक, एचएमएस, सीटू, ऐक्टू, इस्पात श्रमिक मंच, स्टील वर्कर्स यूनियन, लोईमो) के प्रतिनिधियों की एक बैठक हुई। सभी शामिल यूनियनों ने एक स्वर में प्रबंधन की इस तानाशाही पूर्ण दमनात्मक कार्यवाई की कड़ी शब्दो में आलोचना की है तथा कर्मचारियों को हर संभव मदद का भरोसा भी दिलाया है। यूनियन प्रतिनिधियों ने कहा कि हम सब कर्मचारियों के साथ है और बी एस पी प्रबंधन के किसी भी प्रकार के कर्मचारी विरोधी नीतियों का विरोध करते हैं। यूनियन प्रतिनिधियों ने एक राय में प्रबंधन को पत्र लिख त्वरित प्रभाव से निलंबन और अन्य कार्रवाई को निरस्त करने की मांग की है। यूनियन सदस्यों ने कहा है कि प्रबंधन का यह कदम भिलाई की कार्य संस्कृति के अनुरूप नहीं हैं इससे आने वाले समय में माहौल और खराब ही होगा वरिष्ठ यूनियन सदस्यों ने कहा कि प्रबंधन की कार्यवाही में झुंझझुलाहट और जल्दबाजी दिख रही है। जो कि किसी भी प्रतिष्ठान में कर्मचारी प्रबन्धन के दीर्घकालीन सम्बन्धो के लिये बेहतर नही है ।
वेतन समझौते का जल्द न होने के कारण
यूनियनों ने कहा कि आंदोलन की एक वजह प्रबंधन का वेतन समझौते को लेकर अड़ियल रुख भी है। 52 माह से अधिक समय बीत जाने से कर्मचारियों का संयम जवाब दे रहा है। आज हर कर्मचारी कर्ज के बोझ तले दबा हुआ है तथा ऐसी भीषण महामारी में भी उत्पादन को बनाए रखे हुए हैं। प्रबंधन को इस तथ्य पर अपने विचार करते हुए वर्तमान मामले को देखना चाहिए।
समस्त यूनियनें 27 अप्रैल को ई डी पीएंडए के साथ मुलाकात करेंगे।
आज की बैठक में भिलाई स्टील मजदूर सभा एटक से विनोद कुमार सोनी, इस्पात श्रमिक मंच से राजेश अग्रवाल, हिंदुस्तान स्टील इम्पलाइज यूनियन सीटू से वेणुगोपाल, बृज बिहारी मिश्रा, स्टील वर्कर्स यूनियन से नंद कुमार गुप्ता, भिलाई श्रमिक सभा एचएमएस से हरिराम यादव, ऐक्टू से बृजेन्द्र तिवारी, श्याम लाल साहू सहित अन्य नेतागण मौजूद थे।