भिलाई। 22 फरवरी : भिलाई इस्पात संयंत्र के जवाहर लाल नेहरू स्वास्थ्य एवं अनुसंधान केन्द्र में कोविड-19 के टीकाकरण अभियान सफल आयोजन किया गया है। इस टीकाकरण अभियान के प्रथम चरण में अब तक 1427 स्वास्थ्य कर्मचारियों व चिकित्सकों पैरा-मेडिकल स्टाॅफ तथा अस्पताल से सम्बद्ध ठेका कर्मचारियों सहित 865 कोरोना केयर से जुड़े फ्रंट लाइन वर्कर्स को कोविड-19 से बचाव हेतु टीका लगाया गया है। इस प्रकार अब तक 2292 व्यक्तियों को टीका लगाया जा चुका है।
विदित हो कि इस टीकाकरण कार्यक्रम का शुभारम्भ 25 जनवरी को भिलाई इस्पात संयंत्र के निदेशक प्रभारी, अनिर्बान दासगुप्ता, ने किया था। इस अवसर पर सीएचएमओ दुर्ग डाॅ. जी एस ठाकुर, कार्यपालक निदेशक (चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सेवाएँ) डाॅ एस के इस्सर सहित भिलाई इस्पात संयंत्र के विभिन्न विभागों के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।
बीएसपी के मुख्य चिकित्सालय में चल रहे इस कोविड टीकाकरण अभियान को एसीएमओ व शिशु रोग विभाग की विभागाध्यक्ष डाॅ. संबिता पण्डा के कुशल नेतृत्व में चिकित्सकों व पैरामेडिकल स्टाफ की पूरी टीम इस सम्पूर्ण अभियान को सुरक्षित व सफलतापूर्वक अंजाम दे रहा है।
प्रतिदिन 200 व्यक्तियों का टीकाकरण
बीएसपी अस्पताल में टीकाकरण अभियान के तहत प्रतिदिन प्रातः 9 बजे से संध्या 5 बजे तक अस्पताल के बी-2 वार्ड में अधिक से अधिक लाभार्थियों का टीकाकरण जारी है। प्रथम सत्र में प्रतिदिन 100 लोगों को टीका लगाया जा रहा था। परंतु लोगों के पाॅजिटिव रिस्पाॅन्स को देखते हुए सीआईएसएफ आदि फ्रंट लाइन वर्कर्स को भी इस टीकाकरण अभियान में सम्मिलित किया गया और प्रतिदिन टीकाकरण का लक्ष्य 100 से बढ़ाकर 200 व्यक्ति प्रतिदिन किया गया। इस प्रकार वर्तमान में प्रतिदिन 200 व्यक्तियों का टीकाकरण किया जा रहा है।
सुरक्षित टीकाकरण को दिया अंजाम
इस टीकाकरण कार्यक्रम दो तरह के टीमों का निर्माण किया गया है। पहली टीम टीकाकरण के माॅनिटरिंग के कार्याें को अंजाम देती है। जिसमें कोविन एप आॅपरेटर्स, डाटा हैंडलर्स, वैक्सीनेटर्स, नर्सिंग स्टाफ शामिल है और दूसरी टीम जो “एडवर्स इफेक्ट फाॅलोविंग इम्यूनाइजेशन” जिसे “एईएफआई” टीम के रूप में जाना जाता है जिसमें चिकित्सक शामिल होते हैं जो टीकाकरण के पश्चात होने वाले किसी भी प्रकार के दुष्प्रभाव पर निरंतर नज़र रखते हैं। जिससे सुरक्षित टीकाकरण को अंजाम दिया जा सके। विदित हो कि “एईएफआई” टीम जिला अस्पताल के प्राधिकारियों को रिपोर्ट करती है। इस संदर्भ में बीएसपी अस्पताल में सुरक्षित टीकाकरण के व्यापक व असरकारी प्रबंध किए गए है। सुरक्षा के सभी मापदण्डांें का कड़ाई से पालन किया जा रहा है।
नेतृत्व करने वाली चिकित्सकों की टीम
बीएसपी के कार्यपालक निदेशक (चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सेवाएँ) डाॅ एस के इस्सर के मार्गदर्शन तथा एसीएमओ व शिशु रोग विभाग की विभागाध्यक्ष डाॅ. संबिता पण्डा के कुशल नेतृत्व में बीएसपी के मुख्य चिकित्सालय में चल रहे इस कोविड टीकाकरण अभियान को सफलतापूर्वक अंजाम दिया जा रहा है। इसके “एईएफआई” टीम के मुखिया डाॅ. उपेन्द्र जैन, काॅर्डिनेटर, डाॅ. कौशिक किशोर तथा आईटी काॅर्डिनेटर श्री ढोके महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे है।
23 फरवरी को द्वितीय चरण का होगा आगाज़
इस महत्वपूर्ण टीकाकरण कार्यक्रम के द्वितीय चरण का आगाज 23 फरवरी को बीएसपी के जवाहर लाल नेहरू अनुसंधान केन्द्र एवं चिकित्सालय में किया जाएगा। विदित हो कि इस टीकाकरण को सफल बनाने हेतु इसके द्वितीय चरण की सम्पूर्ण तैयारी कर ली गई है।
सफल बनाने में इनका है योगदान
इस टीकाकरण अभियान को सफल बनाने में एसीएमओ व शिशु रोग विभाग की विभागाध्यक्ष डाॅ. संबिता पण्डा के कुशल नेतृत्व में वैक्सीनेटर सुश्री रीना व लवली, डाटा हैण्डलर सुश्री निशा, विशाखा व अंजिता, नर्सिंग स्टाफ सुश्री चिंतामणी, सुश्री सुधा, आशा सहित नर्सिंग इंचार्ज सुश्री शकीला, सुरेखा तथा सर्पोट स्टाफ सुश्री मलेश्वरी, राजेन्द्र, सुश्री अजमेरा तथा सुश्री अजगरी ने महत्वपूर्ण योगदान दिया है।