दुर्ग। गरीबों के नाम पर फर्जी राशन कार्ड बना कर दुकान संचालक एवं परिवहनकर्ता के द्वारा घालमेल किया जा रहा है । इसकी जानकारी ग्रामीणों को लगी तो दुकान पर धावा बोल कलेक्टर के नाम ज्ञापन सौंपा है। अब कलेक्टर सर्वेश्वर नरेंद्र दास भूरे इस मामले में कार्रवाई करते हैं या लीपापोती कर मामला को ठंडे बस्ते में डाल देंगे । एक और प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल गरीब हो या अमीर सभी को चावल सोसाइटी के माध्यम से प्रदान कर रहे हैं तो वहीं दूसरी ओर इन सोसाइटी और परिवहन करता मिलकर चावल का कालाबाजारी कर रहे हैं। यह मामला पुराई गांव शासकीय उचित मूल्य की दुकान ID क्रमांक 432001026 मां प्राथमिक उपभोक्ता भंडार छावनी भिलाई का है।समिति द्वारा विगत कई वर्षों से दुकान संचालित की जा रही है। ग्रामीणों एवं जनप्रतिनिधियों द्वारा बताया कि दस मई को खाद्य विभाग की टीम द्वारा दुकान की निरीक्षण किया गया। जिसमें पाया कि मार्च माह में 50 से 60 फर्जी राशन कार्ड को वितरण किया गया है । मई जून माह में अतिरिक्त चावल टेबलेट में फर्जी तरीके से चढ़ा दिया गया है। ग्राम वासियों को खाद्य विभाग की टीम द्वारा फर्जी राशन कार्ड की लिस्ट पढ़कर सुनाई गई, जिसमें जनप्रतिनिधि एवं ग्राम वासियों द्वारा यह स्वीकार किया कि यह व्यक्ति एवं राशन कार्ड उनके गांव से संबंधित नहीं है । ग्रामीणों को पंचनामा के दौरान यह भी बताया गया कि टेबलेट में प्रदर्शित 130 से 135 कुंटल चावल दिख रहा है। जो कि भौतिक तौर पर उस समय दुकान में नहीं था। टीम द्वारा ग्रामीण निगरानी समिति के सदस्य एवं जनप्रतिनिधियों से पूछने पर यह बात सामने आई की दुकान से खाद्यान्न सामग्री निकालते हुए नहीं देखा गया है । उन्हें संदेह है कि ट्रांसपोर्ट परिवहन कर्ता की मदद से दुकान संचालक खाद्य सामग्री की हेराफेरी कर रहा है। ट्रक चलान में प्रदर्शित खाद्य मात्रा से कम
खाद्यान्न दुकान में भंडारण हुआ है । जांच के दूसरे दिन ही सुबह सरपंच पति द्वारा यह देखा गया कि वाहन क्रमांक Cg07c4436 से करीबन 200 कुंटल( 400 बोरी) चावल दुकान में उतारा जा रहा है । निगरानी समिति द्वारा टीम को यह जानकारी दी गई की विक्रेता द्वारा उन्हें वितरण के पूर्व एवं पश्चात किसी भी प्रकार की जानकारी नहीं दी जाती है।जांच के पश्चात टीम द्वारा सिटी कोतवाली थाने में दुकान संचालक के खिलाफ एफ आई आर दर्ज कराई गई है। दुर्ग एसडीएम विनय पोयम जी को जांच रिपोर्ट सौंपी गई है। इस मामले में कलेक्टर से मांग की गई है कि वर्तमान में पदस्थ परिवहन कर्ता, वाहन मालिक तथा दुकान संचालक पर कारवाई की जाए। कलेक्टर सर्वेश्वर दास ने इस विषय पर कहां की संबंधित अधिकारी जांच कर रहे हैं उसके बाद कार्रवाई होगी।