रायपुर। 01 मई : पूर्व सीएम डॉ रमन सिंह से जुड़ी इस वक्त की बड़ी खबर, सामने आई है। आय से अधिक संपत्ति के मामले में कांग्रेस प्रवक्ता आरपी सिंह ने राजभवन में शिकायत की है। उन्होने डा. रमन सिंह उनके पुत्र पूर्व सांसद अभिषेक
सिंह एवं उनके परिवार के सदस्यों पर भ्रष्टाचार से संपत्ति अर्जित करने का आरोप लगाया है। और 17 पन्नों का गोपनीय दस्तावेज सहित शिकायत पत्र सौंपा है। वर्ष 2003 के पश्चात् गंभीर आर्थिक अनियमितता एवं आय से अधिक सम्पत्ति अर्जित किये जाने संबंधी अपराध दर्ज कर विवेचना किए जाने हेतु निर्देशित किए जाने और मामले में आयकर, ईडी और उच्च स्तरीय जांच की मांग भी की है। उन्होंने अपने पत्र में लिखा है कि छत्तीसगढ़ राज्य के कबीरधाम जिले के ग्राम ठाठापुर के मूल निवासी डॉ. रमन सिंह 1998 के कवर्धा विधानसभा चुनाव में पराजय के पश्चात् 2003 तक कर्ज में डूबे हुए थे, साधारण मध्यम वर्गीय परिवार के सदस्य एवं आयुर्वेदिक चिकित्सक के रूप में निजी प्रेक्टिस किया करते थे, उनकी पत्नी वीणा सिंह पुत्र अभिषेक सिंह के आय का कोई अन्य साधन नहीं था, 2003 में वे मुख्यमंत्री बने, 15 वर्षों तक मुख्यमंत्री रहे उनके कार्यकाल में राज्य में अनेकों घोटाले हुए, कोल घोटाला जिसकी जांच सीबीआई कर रही है तब खनिज साधन विभाग के भारसाधक सदस्य के रूप में डॉ. रमन सिंह स्वतंत्र प्रभार के रूप में मंत्री का कार्य कर रहे थे, इनके कार्यकाल में राज्य में स्थित अनेकों कोल ब्लॉकों का आबंटन आदेश छद्म रूप से किया गया। डॉ रमन सिंह के कार्यकाल में करोड़ो का ई-टेंडरिंग घोटाला हुआ था जिसका आधार CAG की रिपोर्ट है। इस प्रकरण में FIR दर्ज कर छत्तीसगढ़ राज्य की ACB/EOW द्वारा की जा रही है, ऐसी आशंका है कि अपने व अपने परिवार के विभिन्न सदस्यगणों के नाम पर व्यापक रूप से भ्रष्टाचार करते हुए अर्जित की गयी शासकीय धनराशि से ही डॉ. रमन सिंह द्वारा करोडो की अवैध संपत्ति अर्जित की गयी है, यह विशेष रूप से बताया जाना आवश्यक हैं कि पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह के पुत्र
अभिषेक सिंह वर्ष 2014 में राजनांदगांव जिले से सांसद बने। इस दौरान उनकी भी सम्पत्ति में अप्रत्याशित रूप से वृद्धि हुई और इनका नाम पनामा घोटाले में भी आया था। पनामा घोटाले से संबंधित जो पेपर लीक हुए थे, उसमें इनका नाम अभिषाक सिंह के रूप में उल्लेखित था एवं पता।कर्वधा स्थित इनके निवास का था। यहां यह बताना आवश्यक हैं कि पूर्व सांसद अभिषेक सिंह का वास्तविक नाम अभिषाक सिंह ही है एवं उनके द्वारा अपने अध्ययन जीवन के दौरान नाम
परिवर्तित कर अभिषेक सिंह किया गया है।