बिलासपुर। 08 फरवरी : नौकरी लगाने के नाम पर लोगों को झांसा देकर ठगी करने वाले शातिर आरोपी को पुलिस ने धर दबोचा है। आरोपी ने दो लोगों को झांसा देकर 2 लाख 10 हजार रुपए की ठगी की थी, उसके ऊपर पहले से ही धोखा घड़ी के कई मामले दर्ज हैं। पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार प्रार्थी संजीव कर्माकर पिता अश्विनी कर्माकर उम्र 30 वर्ष निवासी मकान नंबर एम-65 यदुनंदन नगर तिफरा थाना सिरगिट्टी जिला बिलासपुर द्वारा थाने में रिपोर्ट दर्ज कराया कि उसके पड़ोसी प्रहलाद यादव से जान पहचान होने से वर्ष 2019 के दिसंबर माह में पड़ोसी प्रहलाद यादव द्वारा बताया गया कि कमल सोनवानी नामक एक व्यक्ति है जिसका मंत्रालय में एवं वरिष्ठ अधिकारियों में जान पहचान एवं उठना बैठना है जो रुपए लेकर नौकरी लगाने का काम करता है। ऐसा कह कर प्रार्थी को सरकारी नौकरी दिलाने का लालच दिखाकर कुछ दिन बाद प्रहलाद अपने मित्र जोईधा खूंटे निवासी तखतपुर से प्रार्थी को मिलवाया जो बताया कि मैं कमल सोनवानी का ड्राइवर हूं जो सेटिंग करके नौकरी लगाने का काम करता है बहुत लोगों का लगवाया है तेरा भी नौकरी लग जाएगा ऐसा कहकर विश्वास दिलवाया दूसरे दिन प्रार्थी की मुलाकात ट्रांसपोर्ट नगर में कमल सोनवानी से हुआ जो प्रार्थी से बोला कि मैं तेरा नौकरी लगवा दूंगा। 70 हजार रुपए लगेगा, प्रार्थी ठीक है बोला और बाद में पैसा दूंगा बोल कर अपने शैक्षणिक योग्यता संबंधी दस्तावेज को देकर चला गया। दूसरे दिन प्रार्थी को कमल सोनवानी बोला कि पैसा जमा कर दो तुम्हारा विधानसभा सचिवालय रायपुर मंत्रालय में ड्राइवर का भर्ती निकला है लगवा दूंगा बोलकर 70 हजार रुपए जमा करा लिया और दूसरे दिन प्रार्थी जोईधा खूंटे के साथ कमल सोनवानी को 10 हजार रुपए दिया, फिर उसके कुछ दिन बाद 20 हजार रुपए पुनः बजरंग होटल के पास दिया। फरवरी माह में कमल सोनी द्वारा प्रार्थी के मोबाइल में काउंसलिंग हेतु अंतिम चयन सूची भेजा जिसमें सीरियल नंबर 09 में प्रार्थी का नाम था। उसके बाद प्रार्थी द्वारा आरोपी को पुनः 40 हजार रुपए तिफरा बाजार चौक के पास दिया गया। काफी दिन बीत जाने पर प्रार्थी का नौकरी नहीं लगने पर प्रार्थी द्वारा आरोपी कमल सोनकर को अपना रुपए वापस करने के लिए बोला तो प्रार्थी को पंजाब नेशनल बैंक बिल्हा छत्तीसगढ़ बिलासपुर का 30 हजार रुपए का चेक 6 फरवरी 2020 को दिया और बोला कि यह चेक रखो तुम्हारा पैसा नहीं डूबेगा। 29 नवंबर 2020 एवं 1 दिसंबर 2020 को प्रार्थी को समाचार के माध्यम से पता चला कि कमल सोनवानी नौकरी लगवाने के नाम पर धोखाधड़ी के केस में जेल चला गया है, तो यह बात अपने परिचित डीसी अमित वर्मा निवासी सिद्धिविनायक नगर को बताया तो डीसी अमित वर्मा बोला कि वह कमल सोनवानी को जानता है। उससे भी 3 सितंबर 2020 को नौकरी लगाने के नाम पर 70-70 हजार रुपया लिया है एवं उसे 50 के स्टांप पर लिख कर दिया है कि मैं घरेलू काम के लिए डीसी अमित वर्मा से पैसे लिया हूं। आरोपी के धोखा घड़ी के प्रकरण में जेल जाने के बाद प्रार्थी तथा उसके परिचित को ऐसा एहसास हुआ कि वे लोग भी धोखाधड़ी के शिकार हो गए हैं, तथा कमल सोनवानी नौकरी लगाने के नाम पर प्रार्थी से 70 हजार और डीसी अमित वर्मा से 1 लाख 40 हजार रूपए लेकर धोखाधड़ी किया है कि रिपोर्ट पर थाना सिरगिट्टी में उपरोक्त प्रकरण पंजीबद्ध कर विवेचना कार्रवाई में लिया गया। प्रकरण में विवेचना के दौरान आरोपी का पता तलाश किया गया। पतासाजी के दौरान
आरोपी कमल सोनवानी पिता गांधीराम सोनवानी उम्र 30 वर्ष निवासी ग्राम ढेंडकी थाना मस्तूरी बिलासपुर को 8 फरवरी को हिरासत में लेकर पूछताछ किया गया। जो अपराध कबूल किया, जिसे विधिवत गिरफ्तार कर रिमांड पर न्यायालय पेश किया गया है। उक्त कार्रवाई में थाना प्रभारी सिरगिट्टी फैजुल होदा शाह, उप निरीक्षक अशोक दुबे, सहायक उपनिरीक्षक शीतला प्रसाद त्रिपाठी, आरक्षक देव सहाय जैस्वाल एवं दरस यादव की अहम भूमिका रही।