जिला सुकमा में सुन्दरराज पी. पुलिस महानिरीक्षक, बस्तर रेंज जगदलपुर (छ.ग.) एवं सुनील शर्मा
पुलिस अधीक्षक सुकमा (छ.ग.) के निर्देशन पर चलाये जा रहे नक्सल उन्मूलन अभियान के तहत छत्तीसगढ़ शासन की पुनर्वास नीति के प्रचार-प्रसार से प्रभावित होकर नक्सलियों के अमानवीय, आधारहीन विचारधारा एवं उनके शोषण, अत्याचार तथा बाहरी नक्सलियों द्वारा भेदभाव करने तथा स्थानीय आदिवासियों पर होने वाले हिंसा से तंग आकर प्रतिबंथित नक्सली
संगठन से जुड़े 01 नक्सली सदस्य माड़वी हिड़मा पिता माड़वी केसा (जनमिलिशिया सदस्य) उम्र 45 वर्ष साकिन वीरागंगरेल थाना मरईगुड़ा के द्वारा 15 जुलाई को थाना मरईगुड़ा में पंकज पटेल पुलिस अनुविभागीय अधिकारी, मरईगुड़ा, सहायक कमांडेन्ट प्रभांशू प्रभाकर एवं उपनिरीक्षक सत्यावादी साहू थाना प्रभारी मरईगुड़ा के समक्ष बिना हथियार के आत्मसमर्पण किया गया। हाल ही में बड़े नक्सली नेताओं का कोरोना से मृत्यु होने के कारण संगठन में दहशत का माहौल है जिसके भय से नक्सली आत्मसमर्पण हेतु प्रभावित हो रहे है।
आत्मसमर्पित नक्सली माड़वी हिड़मा वर्ष 2001 में थाना मरईगुड़ा क्षेत्र में पुलिस गस्त पार्टी पर फायरिंग करने की घटना में अन्य नक्सलियों के साथ शामिल था घटना पर थाना मरईगुड़ा में अप.क्र. 01/2001 धारा 147, 148, 149, 294, 307, भादवि, 25, 27 आर्स एक्ट, 3, 5 वि.प. अधिनियम प्रकरण पंजीबद्ध है। उपरोक्त प्रकरण में न्यायालय दंतेवाड़ा के द्वारा वारंट जारी किया गया था। उपर्युक्त घटना के अतिरिक्त हिड़मा थाना मरईगुड़ा, गोलापल्ली एवं किस्टाराम के विभिन्न नक्सली घटनाओं में शामिल रहा है। उक्त आत्मसमर्पित नक्सली को राज्य शासन के पुनर्वास कार्ययोजनाओं तहत सहायता राशि व अन्य
सुविधायें प्रदाय किया जायेगा।