भिलाई। 11 अक्टूबर : मानव जीवन मे जब ईर्ष्या, लालच, नशा, लोभ जैसी मन की कलुषित वृत्तियाँ महिषासुर दानव का रूप धारण कर लेती है तब धरा पर राजयोग द्वारा शिव की प्राप्त शक्तियों से उसका सर्वनाश होता है। यह सिर्फ पौराणिक कथा नही अपितू कलयुग रूपी घोर अंधकार की वर्तमान परिस्थितिया है। जिससे आज का मानव ग्रसित है। पीस ऑडिटोरियम ग्राउंड सेक्टर 7 में
यह सुंदर संदेश देती लाईट एंड साउंड के सुंदर समायोजन से अद्भुत दिव्य अलौकिक झांकी जिसमे मूर्ति रूप में प्रकट होती चैतन्य देवियों को श्रद्धालु देख दर्शन लाभ प्राप्त कर रहे है। जिसका उदघाटन
राकेश कुमार मिश्रा ई डी एम एम, भिलाई इस्पात संयंत्र,भिलाई सेवाकेन्द्रों की निदेशिका ब्रह्माकुमारी आशा दीदी, श्रीमती मिश्रा एवं बी के प्राची ने दिप प्रज्ज्वलित कर किया।
झांकी में धरती के गर्भ से अष्ट भुजाधारी माँ दुर्गा प्रकट होकर असुर का वध करती है।
गुफाओं से माँ काली, उमा देवी का, कमलासनधारी माँ लक्ष्मी का कमल खिलने से, हंसवाहिनी माँ सरस्वती का विशाल अंतरिक्ष में बने सूर्य, पहाड़ों, गुफाओं से प्रकट होने के दिव्य एवं अलौकिक दर्शन से भरपूर हो रहे है श्रद्धालु। झांकी के प्रारम्भ में नवरात्रि रूपी कन्या के रूप में स्वयं रात्रि सुनाए अपनी कहानी से प्रारम्भ यह झांकी 2 मिनट राजयोग मेडिटेशन से स्व परिवर्तन को प्रेरित करते सम्पन्न होती है। झांकी में प्रवेश एवं निकास के लिए दो अलग मार्ग बनाये है। सभी को नवरात्रि में 16 अक्टूबर से प्रारम्भ तनावमुक्त नवजीवन शांत मन जीवन की शक्ति राजयोग शिविर का निमंत्रण फरिश्तों द्वारा दिया जा रहा है जो कि प्रातः एवं संध्या को हिंदी एवं इंग्लिश में भी रहेगा।