भिलाई। 29 अगस्त : छत्तीसगढ़ पंथी नृत्य संगठन (अकादमी) भिलाई जिला दुर्ग द्वारा गत दिनों सतनामी आश्रम दुर्ग में आयोजित राज्य स्तरीय पंथी सतनाम भजन एवं वरिष्ठ लोक कलाकारों का महा सम्मेलन देवदास बंजारे लोककला महोत्सव एवं प्रतिभा सम्मान समारोह के मुख्य अतिथि संस्कृति मंत्री अमरजीत भगत ने कहा कि छत्तीसगढ़ के लोककला संस्कृति पंथी लोकनृत्य विधा को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाया है देवदास बंजारे ने। पंथी नृत्य के माध्यम से गुरु बाबा घासीदास के उपदेश सन्देश भाईचारा और मनखे मनखे एक समान जैसे अमृत वाणी को विश्व के कोने कोने में पहुचने में बंजारे जी का अमूल्य योगदान है उन्होंने इस समारोह में भाग लेने वाले सभी कला मंडलियों को विभाग के तरफ से 11-11000₹ देने का घोषणा किया और प्रति वर्ष आयोजन के लिए शांसन के तरफ से देवदास बंजारे लोककला महोत्सव एवं गनियारी लोककला महोत्सव के लिए अनुदान देने की घोषणा किया। ऐसे बृहद आयोजन के लिए समिति के अध्यक्ष सुश्री अमृता बारले एवं प्रभारी डॉ पी बालकिशोर को बधाई दिया। कार्यक्रम की अध्यक्षता छत्तीसगढ़ राज्य भंडार गृह निगम के अध्यक्ष व दुर्ग शहर विधायक अरुण वोरा ने कहा कि देवदास बंजारे पंथी नृत्य के अनमोल हीरा थे जिन्होंने पंथि नृत्य को नई पहचान दिलाया है। विशिष्ठ अतिथि पद्मविभूषण डॉ तीजन बाई, दुर्ग महापौर धीरज बाकलीवाल, जिला अस्पताल दुर्ग के सिविल सर्जन डॉ पी बालकिशोर, दुर्ग जिला कांग्रेस कमिटी के अध्यक्ष निर्मल कोसरे, डॉ अजय मोहन शहाय, बी आर बंजारे, पद्मश्री अनुपरंजन पांडेय, पूर्व विधायक डोमनलाल कोरसेवाड़ा, समाजसेवी नितेश गेंडरे आदि अतिथियों ने पंथी व देवदास बंजारे के जीवन वृतांत को विस्तार पूर्वक बताया इसके पूर्व सभी अतिथियों द्वारा गुरु घासीदास बाबा जी के पूजा अर्चना कर देवदास बंजारे जी के तैलय चित्र पर माल्यार्पण कर कार्यक्रम का सुभारम्भ किया। कार्यक्रम सुबह 10 बजे से कल्याणी बारले एवं सुश्री अमृता बारले के टीम द्वारा सतनाम भजन एवं मंगल आरती के साथ कार्यक्रम का शुरुवात किया। तत्पश्चात विभिन्न 11 जिला से पधारें पंथी दलों के प्रदर्शन बारी बारी से होता रहा, साथ में मांदरी नृत्य, कर्मा नृत्य, गेड़ी नृत्य, गौर माड़िया, सुवा नृत्य, राउत नाच, भरथरी, लोककला मंच नवा किसान एवं ज्ञान गंगा सांस्कृतिक लोकमंच हार्दिकला जिला बिलासपुर द्वारिका बर्मन एवं साथी आकर्षण का केंद्र रहा। स्वागत भाषण कार्यक्रम संयोजक पद्मश्री डॉ आर. एस. बारले, आभार प्रदर्शन डॉ पी बालकिशोर, मंच संचालन खिलेंद्र यादव, निर्मल किशरे, भगवान दास टण्डन, भूपेंद्र चाणक्य, दिनेश जांगड़े एवं अजय चतुर्वेदी ने किया, स्वर्गीय देवदास बंजारे स्मृति सम्मान गौकरण दास बघेल को, मोतीलाल स्मृति सम्मान आर एन वर्मा सदस्य पिछड़ा आयोग, गुरु घासीदास सामाजिक दलित चेतना सम्मान पूर्व जिला शिक्षा अधिकारी बी एल कुर्रे को, गुरु बालकदास वीरता पुरस्कार अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक कविलाश टण्डन को, भक्त माता कर्मा सम्मान श्रीमती श्रद्धा पुरेन्द्र साहू को, गुरु आगम दास समाजिक समरस्ता सम्मान एस एल जांगड़े अपर श्रम आयुक्त को, मिनीमाता स्मृति सम्मान गुरु वन्दना महिला समिति ग्राम गनियारी को, शहिद वीर नारायण सिंह स्मृति सम्मान रामजी ठाकुर को, डॉ भीम राव अम्बेडकर स्मृति सम्मान श्री राजन पाटिल अर्जुन्दा को, बिलसाबाई केवटीन स्मृति समान फ़िल्म निर्माता तरुण निषाद को, राज राजेश्वरी करुणा माता स्मृति सम्मान श्रीमती गीता बंजारे को, बहादुर कलारिन स्मृति सम्मान श्रीमती जितश्वरी हिरेश सिन्हा को, डॉ खूबचन्द बघेल स्मृति सम्मान डॉ पुरुषोत्तम चन्द्राकर रायपुर को, दादा नकुल देव ढिढी़ स्मृति सम्मान डॉ पी बालकिशोर सिविल सर्जन जिला अस्पताल दुर्ग को, पद्मविभूषण हबीब तनवीर स्मृति सम्मान राकेश तिवारी को, प्रेम साइमन स्मृति सम्मान प्रेम तपस्वी राजवीर को, स्वर्गीय श्रीमती सुरुज बाई खांडे स्मृति सम्मान श्रीमती रेखा जलक्षत्रिय को, बाल गोपाल कृष्ण सखा सम्मान खिलेंद्र कुमार यादव को, शहिद दीपक भारद्वाज स्मृति सम्मान श्री ब्रम्हानन्द देशलहरे। आदि लगभग 20 हस्तियों को पुरोधा सम्मान प्रदान किया गया। इसके अतिरिक्त छत्तीसगढ़ माटीपुत्र सम्मान में डॉ नत्थू तोड़े, कुलेश्वर ताम्रकार, दुकालु यादव सहित 25 हस्तियों को छत्तीसगढ़ माटीपुत्र सम्मान किया गया इसके अलावा छत्तीसगढ़ सतनामी कला रत्न सम्मान में गोरेलाल बर्मन, इतवारी राम मधुकर, राजेन्द्र रंगीला, डेविड निराला, अमित कमल कोसले, आगर आनंद, अमोलदास टण्डन सहित 40 हस्तियों को कला रत्न सम्मान से सम्मानित किया गया। समाज के वरिष्ठ जनो में अपर कलेक्टर सी एल मार्कण्डेय, एम डी महिलकर, भागवत मार्कण्डेय, कार्तिक राम डहरिया सहित 10 हस्तियों को लाइफ टाइम अचीवमेंट सम्मान प्रदान किया गया। साथ में छत्तीसगढ़ के लगभग 15 जिलो के 50 पारम्परिक पंथी कलाकारों को छत्तीसगढ़ पंथी रत्न सम्मान से सभी अतिथियों द्वारा शाल, श्रीफल अभिनन्दन पत्र एवं मोमेन्टो देकर सम्मानित किया गया। आयोजन समिति द्वारा सभी अतिथियों को सम्मानित किया गया। कोरोना वरीरयर्स सम्मान में जिला मलेरिया अधिकारी डॉ सी बी एस बंजारे, उतई स्वास्थ्य केंद्र प्रभारी डॉ एन एल बंजारे, उत्कृष्ट शिक्षक बीरेंद्र कुमार साहू, संजय मैथिल, यातायात पुलिस निरीक्षक आवत राम साहू, तथा उत्कृष्ट मंच संचालक के लिए समाज के भूपेंद्र कुमार चाणक्य, भगवान दास टण्डन को सम्मानित किया गया। वही मिनीमाता महिला समिति रिसाली भिलाई, दुर्ग जिला कल्याण महिला जागृति समिति दुर्ग को उत्कृष्ट कार्य के लिए सम्मानित किया गया। आयोजन समिति द्वारा सभी अतिथियो एवं सम्मानित हस्तियों के लिए छत्तीसगढ़ी व्यंजन जैसे ठेठरी, खुरमी, अनारशा, पपची, मुर्रालड्डू, राईजिरा लड्डू, आदि छत्तीसगढ़ी व्यंजन परोसा गया। कार्यक्रम को सफल बनाने में सर्व श्री डॉ पी बालकिशोर, पद्मश्री आर. एस. बारले, धर्मेन्द्र बंजारे, उदय राम कोसरे, बीरेंद्र टण्डन, मोनाश बंजारे, भोज बंजारे, तारन कोसरे, सहदेव बंजारे, असवन दहरिया, हैमन कुर्रे, दिनेश जांगड़े, रोहित कोसरिया, मालिकराम लहरे, वेदप्रकाश माहेश्वरी, सीतल कोठारी, सलीम जांगड़े, राजेन्द्र टण्डन, राजा भारती सहित हजारो के संखिया में कलाकार, साहित्यकार, समाज सेवी एवं गणमान्य नागरिक उपस्थित थे।