दुर्ग। 13 मार्च : शिवनाथ नदी में नियमों के विपरीत रेत खनन के खिलाफ युवा कांग्रेस ने मोर्चा खोल दिया है. युवा कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने कलेक्ट्रेट में रेत खनन बंद करने और अवैध खनन से जुड़े लोगों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।
जिला व ग्रामीण युवक कांग्रेसियों ने नियमों की अनदेखी कर किए जा रहे रेत खनन पर रोक लगाने व जनहित को ध्यान में रखते हुए उक्त खदान को तत्काल बंद किए जाने की मांग को लेकर शुक्रवार को कलेक्टोरेट परिसर में धरना पर बैठ गए। इस दौरान पुलिस से उनकी कहा-सुनी भी हुई। बाद में अफसरों ने कार्रवाई का भरोसा दिलाया। कांग्रेसियों ने कहा है कि यदि दो दिन में कार्रवाई नहीं हुई तो वे भिलाई-तीन स्थित सीएम निवास पहुंचकर अपनी बात रखेंगे।
जिला युवा कांग्रेस के सचिव अशोक मिश्रा, ग्रामीण युवा कांग्रेस के धर्मेश देशमुख, ग्राम पीपरछेड़ी के मनीष निषाद सहित कांग्रेस के अन्य कार्यकर्ता व ग्रामीण कलेक्टोरेट पहुंचे और धरना पर बैठ गए। प्रदर्शनकारियों का कहना था कि ग्राम पीपरछेड़ी में स्वीकृत रेत खदान में खनन के लिए जारी गाइड लाइन का पालन नहीं किया जा रहा है। युवा कांग्रेस की ओर से बताया गया कि दुर्ग ग्रामीण विधानसभा के पीपरछेड़ी गांव में नदी घाट में सरकारी नीलामी के जरिए रेत परिवहन की अनुमति दी गई है. लेकिन पर्यावरण विभाग ने जो स्वीकृति और दिशा निर्देशों के अनुसार रेत खनन की अनुमति दी गई उसका पालन रेत माफिया नहीं कर रहे हैं। रेत माफियाओं ने किया निर्देशों का उल्लंघन युवा कांग्रेस कार्यकर्ताओं का कहना है कि रेत माफियाओं ने निर्देशो का उल्लंघन करते हुए शिवनाथ नदी में माफिया नदी के बीचो-बीच चेन माउंट मशीन उतारकर रेत खनन कर रहे हैं. खनन के बाद पानी भीतर ही रेत के टीले और परिवहन में लगे वाहनों की आवाजाही के लिए सड़क बना ली गई है. जिसके चलते न सिर्फ पानी का बहाव बाधित हो रहा है बल्कि आगामी समय में नदी की दिशा बदल जाने का खतरा मंडरा रहा है।
2 दिवस के भीतर जांच के आश्वासन
दुर्ग ग्रामीण युवा कांग्रेस के सचिव धर्मेश देखमुख ने बताया कि रेत माफियाओं के खिलाफ शिकायत कई बार जिला प्रशासन को देकर अवगत कराया गया है. लेकिन जिला प्रशासन माफियाओं को संरक्षण देकर रेत खनन करा रहा है. जिला प्रशासन से मुलाकात कर कहा गया है कि 2 दिवस के भीतर जांच कराने की की बात कही है. अगर 2 दिन के अंदर जिला प्रशासन एक्शन नहीं लिया गया तो मुख्यमंत्री से मुलाकात कर उचित कार्रवाई करने की मांग करेंगे।