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भिलाई 16 अप्रैल 2022 (सीजी संदेश) : भारत एक ऐसा देश है जिसमे, हर जाति, धर्म के लोग रहते है। हर धर्म के लोग अपने, त्यौहार अपनी पद्धति से मनाते है. गुड फ्राइडे व ईस्टर क्रिश्चियन समुदाय के लिए बहुत महत्वपूर्ण त्यौहार है, इस दिन को कुर्बानी दिवस के रूप में मनाए जाता हैं। जैसा कि नाम से ही विदित है गुड फ्राइडे शुक्रवार को और ईस्टर रविवार को बनाया जाता है जो कि बहुत पवित्र माना गया है। गुड फ्राइडे का दिन मसीही समाज के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण दिन है क्योंकि बाइबल के अनुसार मसीही लोग विश्वास करते है कि परमेश्वर ने जगत से ऐसा प्रेम किया कि उन्होने अपना एकलौता पुत्र (यीशु मसीह) को सारे जगत के लिये, उनके पापो के दंड से छुटकारा के लिए दे दिया। क्योंकि पाप की मजदूरी मृत्यु है और परमेश्वर का वरदान मसीह यीशु मे अनंत जीवन है। इस दिन यीशु मसीह के उस महान बलिदान को स्मरण किया जाता है जो कि कलवरी के पहाड़ पर यीशु ने क्रूस पर अपना लहू बहाकर पाप का दंड की कीमत चुकाकर दिया।
गुड फ्राइडे के अवसर पर ट्विन सिटी में दोपहर 12:00 बजे सेक्टर 9 चौक से सेक्टर 6 गिरजाघर तक सलीब (क्रूस) के साथ जुलूस निकाला गया। जिसमें गीतों को गाते हुए जगह जगह प्रार्थना की गई। गिरजाघरों में क्रिश्चियन समुदाय के लोगों ने उपस्थित होकर प्रार्थना की और प्रभु यीशु मसीह के द्वारा सूली पर दिए गए उनके बलिदान को याद किया। क्रिश्चियन कम्युनिटी चर्च सेक्टर 6 में 12 बजे से लेकर 3 बजे तक आराधना सम्पन्न हुई इसमे देहरादून से रेव्ह वचन सिंह भंडारी प्रमुख उपदेशक के रूप में उपस्थित हुए, उन्होंने उन सात वाणियो के बारे में प्रकाश डाला जो प्रभु यीशु ने क्रूस पर से कहे थे सबसे पहली वाणी है पिता इन्हें क्षमा कर क्योकि ये नही जानते कि क्या कर रहे है इस पर उन्होंने बताया कि आज हम तरह तरह के दान के बारे में जानते है जिसमे अन्न दान, विद्या दान आदि अनेक पर जो आज की जरूरत है वो है क्षमा दान की जो हमारे आपस के संबंधों के अलावा सामाजिक सद्भाव और सुख व शांतिपूर्ण जीवन के लिए भी जरूरी है हम सबको इसका महत्व समझने की जरूरत है क्षमा ना कर पाने के कारण परिवार और समाज मे हत्या आत्महत्या जैसे अपराध बढ़ रहे है। कार्यक्रम का संचालन प्रमुख पासबान रेव्ह अर्पण तरुण ने किया। क्वायर और हॉस्पिटल सेक्टर के लोगो ने गीतों का समां बांधा और प्रभु के कष्टों को जो क्रूस पर थे। याद किया सेक्टर 10 प्रेयर ग्रुप ने सभी को लस्सी पिला कर उपवास तोड़ने की विधि पूरी करवाई साथ ही प्रमुख वक्ता एवम प्रमुख पासबान को उपवास तोड़ने इफ्तार के लिए सेक्टर 10 ले जाया गया !
बैप्टिस्ट चर्च सेक्टर 6 भिलाई मे यीशु मसीह के क्रूस पर बोले गए आखरी सात वाणी को मनन किया गया जिसमें पहली वाणी क्षमा करने, दूसरी वाणी स्वर्ग की वास्तविकता, तीसरी वाणी माता पिता की देखभाल करना, चौथी वाणी परमेश्वर के सामने अपने ह्रदय को व्यक्त करना, पांचवी वाणी जीवन के जल के लिए प्यासे होना, छठवीं वाणी हिम्मत हारे बिना काम को पूरा करना एवं सातवीं वाणी अपने जीवन को परमेश्वर के हाथो में सौंपना।
मुख्य रूप से आराधना की अध्यक्षता पास्टर रेव्ह के मूर्ति बाबू ने किया। मुख्य वक्ता के रूप मे कलीसिया के सचिव पी जोश्वा, के जोयल, जे एम कोण्डैय्या, एन सालोमन, पी जोशी,एवं श्रीमती ए वीणा ने सात वाणियो पर ध्यान मनन किया और अंत मे कलीसिया के अध्यक्ष वी नरसैय्या ने धन्यवाद ज्ञापन दिया। कलीसिया के पासवान ने यीशु के समान क्षमा और त्याग का जीवन जीने और समाज के कल्याण एवं शांति के अपनी भागीदारी निभाने का आह्नान किया।