नई दिल्ली। कोरोना टीकाकरण का दूसरा चरण 01 मार्च से शुरू होगा, जिसमें 60 साल से अधिक उम्र के लोगों और 45 साल से अधिक उम्र के उन लोगों को टीका लगाया जाएगा, जो किसी बीमारी से ग्रस्त हैं। तीसरे चरण का टीकाकरण अभियान सरकारी अस्पतालों के साथ-साथ बड़े पैमाने पर निजी अस्पतालों के जरिए भी शुरू किया जाएगा। इतना ही नहीं, 1 मार्च से पैसे देकर भी टीका लगवाया जा सकता है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में हुई केंद्रीय मंत्रिमंडल की बैठक में बुधवार को यह निर्णय लिया गया। बाद में संवाददाताओं को जानकारी देते हुए कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद एवं सूचना प्रसारण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने कहा कि लोगों के पास यह विकल्प होगा कि वे टीकाकरण के लिए निजी एवं सरकारी अस्पतालों का चयन कर सकें।
दूसरे चरण में टीकाकरण के लिए कैसे करें रजिस्ट्रेशन
- पहले चरण में, स्वास्थ्य कर्मियों और फ्रंटलाइन श्रमिकों को टीका लगाया गया है। वहीं सरकार के पास मतदाता सूची के आधार पर वरिष्ठ नागरिकों का डेटा भी है। लेकिन यहां सेल्फ-रजिस्ट्रेशन का विकल्प है।
- सेल्फ-रजिस्ट्रेशन का विकल्प केवल ऑनलाइन चैनलों तक ही सीमित नहीं रहेगा क्योंकि कई लोगों एप्स को इस्तेमाल करना आसान नहीं होगा। को-विन, आरोग्य सेतु के अलावा, अस्पतालों और कॉमन सर्विस सेंटरों में रजिस्ट्रेशन विंडो खुली होंगी। इस रजिस्ट्रेशन के लिए कोई शुल्क नहीं होगा।
- जल्द ही को-विन ऐप का एक नया संस्करण लॉन्च किया जाएगा, जहां आम लोग टीकाकरण के लिए लॉग इन और रजिस्टर कर सकेंगे। अब वैक्सीन ले चुके लोग आईडी देकर अपना सर्टिफिकेट डाउनलोड कर सकते हैं।
- 60 वर्ष से अधिक आयु वालों के लिए पंजीकरण करने के लिए एक फोटो आईडी की आवश्यकता होगी। अन्य बीमारियों से पीड़ित लोगों के लिए, एक मेडिकल सर्टिफिकेट भी आवश्यक होगा।
- सरकार पहले से अन्य बीमारियों की डीटेल के साथ एक फॉर्म जारी कर सकती है जिसे लाभार्थी को टेस्ट के बाद डॉक्टर द्वारा साइन कराना और भरना होगा। टीकाकरण के दौरान इन डॉक्युमेंट्स को दिखाना जरूरी होगा।
- टीकाकरण के इस चरण के लिए बुकिंग और ओपन स्लॉट दोनों होंगे।
लाभार्थी अपनी वैक्सीन साइट और समय को चुन सकते हैं लेकिन कोविशिल्ड और कोवैक्सीन के बीच कोई विकल्प नहीं दिया जाएगा। साथ ही 50 वर्ष से ऊपर के लोग जिन्हें कोई अन्य रोग नहीं है उन्हें टीके के लिए इंतजार करना होगा।
रविशंकर प्रसाद ने बताया कि दस हजार सरकारी स्वास्थ्य केंद्रों एवं 20 हजार निजी अस्पतालों में दूसरे चरण का टीकाकरण अभियान चलेगा। जो लोग निजी अस्पतालों में टीका लगाना चाहेंगे, उन्हें इसके लिए शुल्क चुकाना होगा। यह शुल्क कितना होगा, इसे सरकार अगले तीन-चार दिनों में तय करेगी। इसके लिए टीका निर्माता, अस्पतालों से बातचीत कर निर्णय लिया जाएगा। जबकि सरकारी केंद्रों में टीका नि:शुल्क लगाया जाएगा। यानी जिनके पास क्षमता है वे पैसे देकर प्राइवेट अस्पतालों से वैक्सीन लगवा सकते हैं।
इसके अलावा 45 साल से अधिक उम्र के किन बीमारियों के लोगों को कोरोना टीका लगाया जाएगा, इसके लिए भी जल्द ही बीमारियों की एक सूची जारी की जाएगी। बता दें कि केंद्र सरकार ने 16 जनवरी से देश में स्वास्थ्यकर्मियों के लिए टीकाकरण अभियान शुरू किया था। 02 फरवरी से दूसरे चरण की शुरुआत की गई, जिसमें अंग्रिम पंक्ति के कार्मिकों का टीकाकरण आरंभ किया गया। पहले चरण में एक करोड़ स्वास्थ्यकर्मी शामिल हुए, जबकि दो करोड़ अग्रिम पंक्ति के कार्यकर्ता थे। तीसरे चरण में जिन लोगों को टीका लग रहा है, उनकी संख्या 27 करोड़ होने का अनुमान है।