भिलाई। सेल-भिलाई इस्पात संयंत्र ने अपने कर्मचारियों व अधिकारियों को कोविड-19 से सुरक्षा देने हेतु निःशुल्क टीकाकरण अभियान प्रारंभ किया जायेगा है। जिससे इस महामारी के रोकथाम में मदद मिल सके। एक जिम्मेदार कंपनी होने के नाते सेल-भिलाई इस्पात संयंत्र ने अपने कर्मचारियों व अधिकारियों तथा पूर्व कार्मिकों के लिए कोविड-19 टीकाकरण अभियान प्रारंभ कर रहा है।
वर्गीकरण एवं पंजीकरण: इसके लिए लाभार्थियों को तीन समूहों में बाटा गया है। जो अपने पात्रतानुसार निम्नानुसार टीकाकरण हेतु पंजीकरण कर सकेंगे।
पहला समूह : उम्र 45 वर्ष से 59 वर्ष तक के कर्मचारी जिनको भारत सरकार द्वारा घोषित बीमारियां है ;बव.उवतइपकपजपमेद्ध उनका टीकाकरण किया जावेगा।
दूसरा समूह : जिसमें संयंत्र के सभी कर्मचारियों के आश्रित सदस्य जिनकी उम्र 45 वर्ष से 59 वर्ष तक है तथा साथ में घोषित बीमारियां है ;बव.उवतइपकपजपमेद्ध या ऐसे आश्रित सदस्य जिनकी उम्र 60 वर्ष से अधिक है उनका टीकाकरण किया जावेगा। बीएसपी के कर्मचारीगण एवं उनके पात्र सदस्यगण जो उपरोक्त श्रेणी में आतें है वे ई-सहयोग (म.ेंीलवह) द्वारा टीकाकरण हेतु पंजीकरण कर सकेंगे।
तीसरा समूह : जिसमें संयंत्र के पूर्व कर्मचारी या उनके पति या पत्नि, जिनकी उम्र 60 वर्ष से अधिक है, उनका टीकाकरण किया जावेगा। भूतपूर्व कर्मचारीगण टीकाकरण हेतु ष्अग्रज संवादष् पोर्टल द्वारा शीघ्र अपना पंजीकरण कर सकेंगे।
विदित हो कि टीकाकरण अभियान के लिए भारत सरकार की आयुष्मान भारत पीएम-जेएवाई योजना के तहत सभी सेल अस्पतालों को सूचीबद्ध किया गया है।
सहज टीकाकरण हेतु क्या करें: कर्मचारियों, उनके आश्रितों और पूर्व-कर्मचारियों, जो उल्लेखित टीकाकरण के लिए पात्र हैं, उनसे अनुरोध है कि वे सहज टीकाकरण के लिए निम्नलिखित चरणों का पालन करें:-
1. सहज टीकाकरण हेतु आधी आस्तीन की शर्ट/टॉप या उपयुक्त कपड़े पहनें।
2. आधार कार्ड के साथ अपना ओपीडी बुकलेट/मेडिक्लेम बुकलेट अवश्य लेकर जाएं। इसके साथ ही सह-रुग्णताओं के सत्यापन के लिए अतीत में जारी की गई पुरानी मेडिकल पुस्तिकाएं भी साथ लेकर जाएं।
3. टीकाकरण से पहले नाश्ता अवश्य करें।
4. कोविड-19 सुरक्षा मानदंडों का पालन करें जैसे कि मास्क पहनना, टीकाकरण केंद्र पर सामाजिक दूरी बनाये रखना।
5. टीकाकरण के बाद, व्यक्ति को 30 मिनट तक निगरानी में रखा जाएगा। इसलिए, टीकाकरण हेतु पर्याप्त समय सुनिश्चित करें।
6. बुखार, खांसी जैसे लक्षण होने पर टीकाकरण न करें।
7. यदि किसी भी तरह के लक्षण जैसे खुजली, सांस लेने में तकलीफ, बुखार या इंजेक्शन वाले स्थान पर सूजन हो, तो जल्द से जल्द कैजुअल्टी से संपर्क करें।
इन्हें टीकाकरण हेतु करना होगा इंतजार: निम्नलिखित व्यक्तियों को 4 से 8 सप्ताह के बाद ही कोविड-19 टीकाकरण किया जा सकेगा:-
1. जो कोविड-19 पॉजिटिव हैं या जिनमें कोरोना वायरस के सक्रिय लक्षण पाए गए हैं।
2. ऐसे कोविड-19 मरीज जिन्हें एंटी-सार्स-कॉव -2 मोनोक्लोनल एंटीबॉडी या काॅन्वालेसेन्ट प्लाज्मा दिया गया है।
3. जो वर्तमान में बीमार हैं और जो अस्पताल में भर्ती हैं।
सह-रुग्णताओं (co-morbidities) का यहाँ करायें सत्यापन
सभी कर्मचारियों और उनके आश्रितों के सह-रुग्णताओं के संबंध में दस्तावेज सत्यापन बीएसपी के सेक्टर-9 जेएलएन अस्पताल के एच-1 वार्ड, में सुबह 9 बजे से शाम 4 बजे तक (रविवार और होली के दिन यानी 29 मार्च, 2021 को छोड़कर) किया जाएगा।
यहां होगा टीकाकरण
टीकाकरण के लिए पात्र सभी व्यक्तियों का टीकाकरण सेक्टर-9 जेएलएन अस्पताल के एच-0 वार्ड में किया जाएगा। सभी कर्मचारियों से अनुरोध है कि टीकाकरण के बाद भी मूल एहतियाती उपायों का पालन करें। सार्वजनिक स्थानों पर फेस मास्क, स्वच्छता और सामाजिक दूरी सुनिश्चित करनी होगी। खांसी/छींकने के समय आवश्यक सावधानी का भी पालन करें।
अधिक जानकारी के लिए यहां करें संपर्क
टीकाकरण से संबंधित अधिक जानकारी के लिए कार्यदिवस पर भिलाई इस्पात संयंत्र के दूरभाष नंबर 0788-2856061, 0788-2857524 एवं 0788-2855011 में प्रात: 9 बजे से शाम 5.30 के बीच संपर्क करें।
सह रूग्णता में शामिल बीमारियां
भारत सरकार द्वारा घोषित सह रूग्णता की सूची में निम्न गंभीर बीमारियों को शामिल किया गया है, इनसे पीड़ित मरीजो को टीकाकरण के इस चरण में सम्मिलित किया गया है।
1. हार्ट फेलियर के साथ पिछले एक वर्ष में अस्पताल में भर्ती
2. पूर्व में कार्डियक ट्रांस्प्लांट/लेफ्ट वेंट्रिकुलर एसिस्ट डिवाइस (एल.बी.ए.डी)
3. हार्ट का फंक्शन 40 प्रतिशत से नीचे
4. मध्य श्रेणी या हार्ट के वाल्व की गंभीर बीमारी
5. पैदाइशी हार्ट की बीमारी, साथ में फेफड़ों की नलियों में ज्यादा प्रेशर
6. पूर्व हार्ट अटैक के साथ बाइपास या एंजियोप्लास्टी साथ में चिकित्सारत मधुमेह या बी.पी
7. हार्ट अटैक सहित चिकित्सारत मधुमेह या बी.पी.
8. पूर्व में लकवा (सी.टी.स्केन या एम.आर.आई द्वारा कंफर्म) के साथ चिकित्सारत मधुमेह या बी.पी.
9. फेफड़ों के नलियों में ज्यादा प्रेशर साथ में चिकित्सारत मधुमेह या बी.पी.
10. दस वर्ष से अधिक चिकित्सारत मधुमेह और बी.पी.
11. पूर्व में किडनी, लिवर या बोनमेरो ट्रांस्प्लांट हुआ हो या उस हेतु वेटिंग लिस्ट में
12. गंभीर किडनी मरीज जो डायलिसिस में हैं
13. लंबे समय से स्टेराईड या ऐसी दवाई जो शारीरिक प्रतिरोधक क्षमता कम करती हो, का उपयोग
14. लीवर सिरोसिस (लक्षण के साथ)
15. फेफड़े की गंभीर बीमारी के साथ पिछले दो वर्ष में अस्पताल में भर्ती/एफ.ई.वी. आई 50 प्रतिशत से नीचे
16. ब्लड कैंसर
17. 01 जुलाई, 2020 के बाद के कोई भी कैंसर मरीज या जो कैंसर का इलाज ले रहे हों
18. सिकल सेल एनिमिया, थेलेसिमिया बोनमैरो फेलियर की बीमारी
19. एच.आई.व्ही. मरीज
20. कमजोर मस्तिष्क की बीमारी, मस्कुलर डिस्ट्राॅफी, एसिड अटैक के मरीज जिनके फेफड़े भी खराब हो, शारीरिक रूप से कमजोर ऐसे मरीज जिन्हें दूसरों की सहायता की आवश्यकता हो या पूर्ण रूप से बहरापन या अंधापन।