भिलाई। 06 नवंबर : भिलाई श्रमिक सभा एचएमएस के उप महासचिव धनंजय चतुर्वेदी ने बताया कि उनके पास 2 नवंबर को भिलाई इस्पात संयंत्र के सेल के वेतन समझौते से नाखुश कर्मचारी सक्रिय सदस्य गण एवं कई वरिष्ठ पदाधिकारी साथियों ने आकर नाराजगी व्यक्त की, कि हम लोगों ने विगत 3 सालों से निरंतर एचएमएस के प्रदर्शन आदि में हमेशा साथ देते रहे हैं क्योंकि हमने एचएमएस को श्रमिक हित में संघर्ष करने वाली यूनियन माना था। 15-35-9 की मांग हम कर्मचारियों की थी, जिसे उसने बुलंद किया था बाद में अन्य यूनियनों ने भी इसका समर्थन किया था । फिर 26.5% पर कैसे एमओयू हस्थाक्षर कर दिए। आज हम सब मन बना रहे हैं कि एचएमएस यूनियन से नाता तोड़ सामुहिक रूप से इस्तीफा देने का मन बना लिये हैं यह पता चलते ही धनंजय चतुर्वेदी ने सभी साथियों को समझाते हुए कहा कि एचएमएस ने हमेशा कर्मचारी हित के लिए संघर्ष किया है। मैं भी निरंतर दिल्ली की खबरें ले रहा था। जहां तक मुझे मालूम है कि कोर ग्रुप की बैठक में भी 28% पर अंतिम निर्णय हुआ। परंतु 26.5 पर हस्ताक्षर समझ से परे है और दुखद है। धननंजय ने कर्मचारियों से कहा- हमारे भिलाई श्रमिक सभा के अध्यक्ष एचएस मिश्रा ने दिल्ली में बैठक में स्पष्ट रूप से कह दिया कि 28% से कम मे तथा 14 युवा साथियों के निलंबन व अन्य कार्यवाही जो प्रबंधन द्वारा बदले की भावना से हुई है अगर वह वापस नहीं लिया जाएगा तो मैं इस समझौते पर हस्ताक्षर नहीं करूंगा। इस तरह हमारे भिलाई श्रमिक सभा के अध्यक्ष एचएस मिश्रा ने अपनी भिलाई के युवा साथियों का साथ निभाया। इसके पूर्व भी 2018 में कोक ओवेन गैस से 14 लोगों की जान गई थी तो अनुकंपा नियुक्ति के लिए मिश्रा जी तत्कालीन चेयरमैन से भिड़ गए थे। कोरोना के समय बेहतर इलाज, कोरोना से मृतकों के परिवार को अनुकंपा नियुक्ति हेतु एचएमएस ने सदैव आगे बढ़कर संघर्ष किया है। युवा साथियों के लिए भी थाने से लेकर कोर्ट में भी एचएस मिश्रा ने युवाओं की जमानत लेकर साथ दिया है। निलंबन वापसी के लिए डिप्टी सी.एल.सी (केंद्रीय) के पास परिवाद भी एचएमएस ने दायर किया है। धनंजय के द्वारा इन सभी साथियों सारथी महाराणा, वी एस राजपूत, संतोष वर्मा, भारती, टीकाराम साहु, कृष्णा, शंकर साव, संतोष, संजय देवांगन, प्रदीप उमरे प्रफुल्ल तिवारी से अनुरोध कर समझाया इससे उनका आक्रोश कम हुआ और वह आगे भी साथ देने व एच एम एस यूनियन में सक्रिय भागीदारी निभाने का वादा किया।