भिलाई। 30 सितंबर : नगर पालिक निगम रिसाली क्षेत्र में उद्यानों को हरा भरा रखने हर साल लगभग 30 लाख से अधिक की राशि खर्च की जा रही है। इसके बाद भी गार्डन की सुंदरता को ग्रहण लगते जा रहा है। गार्डन के स्वरूप को बदलता देख रिसाली नगर पालिक निगम के आयुक्त आशीष देवांगन ने उचित रख रखाव की जगह खाना पूर्ति करने वाले ठेकेदारों को नोटिस देने के साथ ही भुगतान पर रोक लगाने के निर्देश दिए है।
निगम आयुक्त आशीष देवांगन ने सख्ती भरे शब्दों में निर्देश दिए है कि उद्यान रख रखाव के नाम पर खाना पूर्ति करने वाले ठेकेदारों को एक सप्ताह के भीतर जवाब देना होगा। नोटिस का जवाब संतोष जनक नहीं होने पर भुगतान नहीं किया जाएगा। दरअसल निगम आयुक्त गुरूवार को रिसाली निगम क्षेत्र के गार्डनों का निरीक्षण किया। वे शहर के बड़े-छोटे गार्डनों तक पहुंचे। इस दौरान निगम के नोडल अधिकारी रमाकांत साहू, उपअभियंता हिमांशु कावड़े, गोपाल सिन्हा समेत स्वास्थ्य विभाग के बृजेन्द्र परिहार उपस्थित थे।
अधिकांश गार्डन में खरपतवार व कूड़ा-करकट
उद्यान रख रखाव करने हुए अनुबंध के मुताबिक ठेकेदार को हर सीजन में फुलवारी, छायादार व शो-पत्ती वाले पौधे लगाना है। साथ ही पेड़ों की छटाई के अलावा घास के बीच ऊगे खरपतवार को निकालकर घास की कटाई करना है। वर्ष में एक बार रंग रोंगन भी करना है, किन्तु निरीक्षण के दौरान न सफाई थी और न ही घास की छटाई की गई थी। पाथ वे में लगाए पेवर ब्लाक में भी घास ऊगने लगा है।
23 से भी अधिक गार्डन
नगर पालिक निगम क्षेत्र में बड़े-छोटे कुल 23 उद्यान है। निगम प्रशासन ने लोगों को सुबह शाम स्वस्थ्य वातावरण मिले इस उद्ेश्य के लिए रख रखाव कार्य को ठेके पर दिया है। आयुक्त ने निरीक्षण के बाद अधिकारियों को बिल भुगतान से पहले विजिट करने के बाद नोटिस देने निर्देश दिए है। निगम आयुक्त ने कार्य संतोषजनक नहीं होने पर अनुबंध निरस्त करने भी कहा है।