
खुफिया एजेंसियों से लगातार मिल रही इनपुट और जैश-ए-मोहम्मद से मिले धमकी भरे पत्र के बाद पठानकोट को हाई अलर्ट पर घोषित किया गया है। बताया जा रहा है कि पठानकोट का मामून मिलिट्री स्टेशन, माधोपुर कैंट और पठानकोट एयरबेस आतंकियों के निशाने पर है। इसके अलावा चारों तरफ मिलिट्री एरिया और भारत-पाक सीमा से सटा होने के कारण सुरक्षा एजेंसियां चौकस है। पठानकोट में 45 नाके बढ़ाए गए हैं, अतिरिक्त जवानों की तैनाती की गई है। गुरुवार दोपहर बीएसएफ के डायरेक्टर जनरल वीके जौहरी पठानकोट पहुंचे।
डीजी ने पहले माधोपुर के बीएसएफ कैंपस में अधिकारियों से बैठक की। एक घंटा चली बैठक में उन्होंने बीएसएफ को सतर्क रहने के लिए कहा। इसके बाद डीजी भारत-पाक सीमा के आखिरी गांव सिंबल स्कोल स्थित आर्मी पोस्ट पर पहुंचे और अधिकारियों के साथ बैठक की। सके बाद डीजी डेरा बाबा नानक के लिए रवाना हो गए। सूत्रों की मानें तो पंजाब में खालिस्तानी आतंकियों के सरगर्म होने के कारण बीएसएफ डीजी ने दौरा किया है। वहीं, लखनपुर में हथियारों सहित पकड़े गए जैश के आतंकियों को खालिस्तानी मदद की आशंका जताई जा रही है।
खुफिया एजेंसियों के मुताबिक जैश-ए-मोहम्मद पठानकोट समेत पंजाब के अन्य जिलों में किसी बड़े फिदायीन हमलों की फिराक में हैं। इसके चलते पंजाब के सबसे संवेदनशील जिला पठानकोट में सुरक्षा व्यवस्था चाक-चौबंद कर दी गई है। बुधवार रात एसएसपी दीपक हिलोरी समेत अन्य अधिकारियों ने देर रात जिले भर के नाकों पर चेकिंग की। इसके अलावा पठानकोट के बस स्टैंड, रेलवे स्टेशनों पर कमांडो के साथ जिला पुलिस ने एंटी सेबोटेज, स्निफर डॉग सहित चेकिंग की।