
गेम शो ‘कौन बनेगा करोड़पति-11’ कुछ ऐसे प्रतियोगियों के साथ दर्शकों को लुभा रहा है, जिनके पास न केवल बताने के लिए एक कहानी है बल्कि वे एक संदेश भी साझा करते हैं। वे वास्तविक जीवन के नायक भी हैं जिन्होंने अपनी लड़ाई लड़ी है। ऐसे ही एक करमवीर इस सप्ताह हॉट सीट पर दिखाई देंगे जिन्होंने 35 साल पहले अमिताभ बच्चन को बचाया था।
इसलिए कर्मवीर हैं डॉ. भोगराजु रमन्ना राव : बैंगलुरू के पद्मश्री डॉ. बी रमन्ना राव एक मुफ्त क्लीनिक चलाते हैं। जहां उनके साथ उनके बेटे चरित और अभिजीत भी गरीबों का नि:शुल्क इलाज करते हैं। 15 अगस्त 1973 को एमबीबीएस डिग्री लेने के दूसरे ही दिन डॉ. रमन्ना के पिता ने उनके फ्री क्लीनिक का उद्घाटन कर दिया था।क्लीनिक पहले एक टेन्ट में शुरू हुआ, जो बैंगलुरू से करीब 35 किमी दूर टी बेगुड़ में था। यह सिलसिला पिछले 46 साल से चल रहा है। हर रविवार को लगने वाले फ्री क्लीनिक में तकरीबन 1000 पेशेंट पहुंचते हैं। मरीज रात 3 बजे से ही लाइन में लगना शुरू हो जाते हैं।
डॉ. रमन्ना ने बताई पूरी कहानी
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1984 में, जब अमिताभ बच्चन गंभीर बीमारी का सामना कर रहे थे, तो उनका इलाज करने के लिए एक डॉक्टर को बुलाया गया था, वह कोई और नहीं बल्कि करमवीर डॉ. रमन्ना राव थे। रमाना राव ने कहा- “मंजूनाथ हेगड़े, जो अमिताभ बच्चन के टीम मेंबर हैं, उन्होंने मुझे आधी रात को 1:15 बजे फोन किया। उन्होंने मुझे एक व्यक्ति की मदद करने के लिए कहा और यह भी बताया कि इससे मेरा जीवन बदल जाएगा।
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रमन्ना ने आगे बताया- मैंने अपने डॉक्टर के कर्तव्य को पूरा किया, मैं सिर्फ 10 मिनट के भीतर बताई गई जगह पर पहुंच गया, जहां मुझे अमिताभ बच्चन किसी गंभीर बीमारी से जूझते हुए दिखाई दिए। मैंने उन्हें उचित इलाज दिया ताकि वह अच्छी तरह से ठीक हो सके और अपनी शूटिंग पर वापस आ सके।
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डॉ. राव ने बिग बी का इलाज करने के बाद एक अनुरोध किया कि वह उनका ऑटोग्राफ चाहते हैं ताकि उनकी पत्नी (हेमा राव) यह विश्वास कर सकें कि वह महानायक अमिताभ बच्चन से मिले थे। यह सुनकर, अमिताभ बच्चन ने उस पल को याद किया और करमवीर के रूप में सेट पर 35 साल बाद उन्हें फिर से देखकर चौंक गए।