फादर्स डे यानि हिंदी में कहें तो पितृ दिवस हर साल जून के महीने में मनाया जाता है। यह दिन अपने पिता के प्रति आपके द्वारा उनके सम्मान को व्यक्त करता है। फादर्स डे को अलग अलग देशों में अलग अलग दिन मनाया जाता है, लेकिन भारत में इसे जून के महीने के तीसरे रविवार के दिन मनाया जाता है।
पिता का महत्त्व केवल कुछ शब्दों में बयां करना असंभव है लेकिन हम उनके प्रति अपना प्रेम, सम्मान और इज़्ज़त जरूर प्रकट कर सकते है।
जब बात पिता की आती है, तो इसका महत्व बाकी सबसे अलग हो जाता है। हमारे जीवन में पिता का रोल बेहद अहम होता है, उनका होना ही हमारी जिंदगी को बेहतर दिशा दिखाने के लिए काफी माना जाता है। एक मां के साथ-साथ पिता भी अपने बच्चे के पालन-पोषण, उसकी बेहतर शिक्षा, उसकी अच्छी परवरिश आदि के लिए वो सबकुछ करते हैं, जो जरूरी है। ऐसे में हर साल जून महीने के तीसरे रविवार को पिता के सामान में फादर्स डे मनाया जाता है। इस दिन बच्चे अपने पिता के प्रति अपना प्रेम प्रकट करते हैं, उनके लिए किए गए कार्यों के लिए पिता को धन्यावाद आदि करते हैं। तो चलिए आपको इस दिन के इतिहास और महत्व के बारे में बताते हैं।
फादर्स डे क्या है ?
फादर्स डे अपने पिता को स्पेशल महसूस कराने का दिन होता है। इस दिन को Male parenting के रूप में भी जाना जाता है। इसमें कोई शक नहीं कि माताएँ महत्वपूर्ण हैं पिता भी परिवार का एक महत्वपूर्ण हिस्सा हैं। इस दिन बच्चे अपने पिता के प्रति अपने आदर को तरह तरह के माध्यम से दर्शाते हैं। फादर्स डे अंतर्राष्ट्रीय तौर पर मनाया जाने वाला दिवस है, अतः यह दिवस इसी दिन पूरे विश्व में मनाया जाता है।
फादर्स डे कब शुरू हुआ ?
फादर्स डे की उत्पत्ति यानी की इसकी स्थापना कब और कैसे हुई कुछ स्पष्ट नहीं है। लेकिन इससे जुड़ी दो कहानियाँ बताई जाती हैं :-
पहली कहानी के अनुसार, कहा जाता है की इस दिवस के मनाने का पहला आईडिया Sonora Smart Dodd के दिमाग़ में आया। 1910 में, मदर्स डे चर्च सेवा के दौरान, वाशिंगटन की सोनोरा स्मार्ट डोड ने सुझाव दिया कि पिता को भी माँ की तरह ही समान रूप से सम्मानित किया जाना चाहिए। उन्होंने यह बात इसलिए कही क्योंकि जब वह 16 साल की थी तब उनकी मां का देहांत हो गया था और पिता ने उनको और उनके 5 भाई-बहनों की देखभाल की थी और पाल पोसकर बड़ा किया था।
सोनोरा ने यह दिवस जून के पहले रविवार को मनाने की योजना बनायी, क्योंकि यह दिवस इनके पिता के जन्मदिवस के क़रीब था। इस तरह से यह दिवस पहली बार 19 जून 1910 को वाशिंगटन के स्पोकेन में मनाया गया। वर्ष 1966 में प्रेसिडेंट लिंडन जॉनसन ने जून के तीसरे रविवार को फादर्स डे का आयोजन किया। इसके उपरान्त वर्ष 1972 में प्रेसिंडेंट रिचर्ड निक्सन ने फादर्स डे को औपचारिक छुट्टी का दिन घोषित किया।
इसलिए कुछ इतिहासकार 19 जून 1910 को फादर्स डे मनाने की तारीख को आधिकारिक मानते हैं। आपको बतादे की इस दिन बच्चें अपने पिता को गिफ्ट्स देते थे, केक बनाते थे और अगर दूर रहते थे तो मिलने जाते थे।
दूसरी कहानी के अनुसार, कहा जाता है की ग्रेस गोल्डन क्लेटन उन बच्चों के लिए फादर्स डे की स्थापना करना चाहते थे, जिन्होंने एक विस्फोट (mine explosion) में अपने पिता को खो दिया था। इस दुर्घटना के कारण कस्बे के लगभग 360 पुरुषों ने अपनी जान गवाई थी।वह चाहती थी कि बच्चों को अपने पिता के सम्मान और याद रखने के लिए एक दिन होना चाहिए। यह 1908 में हुआ और तब तक फादर्स डे की स्थापना नहीं हुई थी। लेकिन हाँ हम कह सकते हैं कि फादर्स डे मनाने की अवधारणा का पता यहाँ से लगाया जा सकता है। उसके बाद, सोनार स्मार्ट डोड के प्रस्ताव के बाद फादर्स डे की स्थापना हुई और एक अंतरराष्ट्रीय दिवस के रूप में मनाया जाने लगा।
फादर्स डे का महत्व
बच्चों के जीवन में मां के साथ-साथ पिता का भी विशेष महत्व होता है। एक बच्चे के लिए उसके पिता भी उसके जीवन में खास स्थान रखते हैं। बच्चों के उज्जवल भविष्य के लिए पिता दिन-रात मेहनत करते हैं, काम करते हैं और तब जाकर कहीं वो अपने बच्चों के सपनों को पूरा कर पाते हैं। इसलिए बच्चे अपने पिता को सम्मान देने के लिए, उनके प्रति अपना आभार प्रकट करने के लिए फादर्स डे को मनाते हैं।
इस बार 20 जून को फादर्स डे
फादर्स डे हर साल जून महीने के तीसरे रविवार को मनाया जाता है। ऐसे में इस बार ये दिन 20 जून को मनाया जाएगा। एक बच्चे के लिए उसके पिता किसी हीरो या सुपर हीरो से कम नहीं होते हैं, जो उनकी हर इच्छाओं को बिना किसी स्वार्थ के पूरा करते हैं। इस दिन बच्चे अपने पिता से केक कटवाते हैं और उन्हें उपहार देकर उनसे ढेर सारा आशीर्वाद प्राप्त करते हैं।
फादर्स डे वाले दिन क्या करना चाहिए
माँ के बाद अगर कोई हमारे दिल के अत्याधिक करीब होता है, वो है हमारे पिता. पिता का प्यार माँ की तरह दिखता नहीं है, लेकिन पिता ही है जो हमें अंदर से मजबूत बनाते है, दुनिया में अच्छे बुरे की परख हमें पिता ही देते है. कहते है बेटियां अपने पिता के बहुत करीब होती है. बेटी हमेंशा अपने पिता जैसा जीवन साथी चाहती है. पिता के लिए उसकी बेटी हमेशा एक राजकुमारी होती है. बेटे भी अपने पिता को देख कर बड़े होते है, जैसी उनकी आदतें होती है, वही अपनाते है. पिता अपनी ख़ुशी छोड़ अपने बच्चों के लिए मेहनत करते है, त्याग, सदभावना की भावना उनके अंदर होती है. जिस तरह हम माँ के सम्मान के लिए मदर्स डे मानते है, उसी तरह पिता के प्यार को सम्मान देने के लिए फादर्स डे मनाया जाता है। फादर्स डे मनाने के तरह तरह के तरीक़े आजकल लोग इस्तेमाल करते हैं. फादर्स डे का दिन जितना किसी पिता के लिए महत्वपूर्ण होता है, उतना ही उनके बच्चों के लिए महत्वपूर्ण होता है. अपने पिता को इस दिन खुश करने के लिए आप फादर्स डे कुछ इस तरह से मना सकते है –
इस दिन आप अपने पिता को सुन्दर फादर्स डे का कार्ड देकर उनका मान बढ़ा सकते हैं. बाज़ार में कई कार्ड्स की दुकाने हैं, जहाँ से आप फादर डे थीम पर तरह तरह के कार्ड प्राप्त कर सकते हैं.
कई बार ऐसी स्थिति हो जाती है कि बच्चे पिता को वह सभी बातें नहीं कह पाते हैं, जो वे अपने पिता के प्रति सोचते हैं. अतः इन कार्ड में आप अपने पिता के लिए अपने मन की बात भी लिख सकते हैं।
आप अपने पिता के लिए ख़ुद से तरह- तरह की शायरी व कवितायें लिख कर भी अपना प्रेम व्यक्त कर सकते हैं. यह एक अनोखी प्रक्रिया होगी, जिसके अंतर्गत आपके समस्त भाव एक सुन्दर रूप में समने आयेंगे.
आप अपने जमा किये अथवा कमाए पैसे की सहायता से अपने पिता को गिफ्ट दे सकते हैं. आपको यह तो पता ही होगा कि आपके पिता की सबसे पसंदीदा चीज़ अथवा मिठाई आदि क्या है. आप अपने पैसे से अपने पिता के लिए यह ख़रीद सकते हैं.
आप चाहें तो अपने पिता के लिए छोटी सी सरप्राइज पार्टी भी रख सकते हैं. इससे आपके पिता को यह ज्ञात होगा कि आप जिम्मेवार हो चुके हैं.
इस दिन आप अपने पिता को उनके पसंदीदा स्थान पर भ्रमण कराने के लिए ले जा सकते हैं, अथवा ऐसी जगह जहाँ पर आपके पिता जाना चाहते हैं पर अब तक नहीं जा पायें हैं. इससे यह दिन आप और आपके पिता के लिए यादगार हो जायेगा
इसके साथ आप अपने पिता के रूम को सजा भी सकते हैं
अपने फादर के लिए आप एक केक बना सकते हैं या बाजार से भी ला सकते है
उनके लिए आप प्रिय व्यंजन तैयार कर सकते हैं।
आखिर में सबसे महत्वपूर्ण बात की आप अपने पिता को धन्यवाद कहना न भूलें।
बच्चों के लिए फादर्स डे के लाभ
इस दिन के मायने सभी बच्चों के लिए ख़ास हैं क्योंकि अपने बच्चों के प्रयासों को देखकर इस दिन पिता बहुत खुश रहते हैं। अतः बच्चे अपनी इच्छा पिता के सामने रख सकते हैं!
इस दिन परिवार एक साथ रहता है परिवार के सभी छोटे बड़े सदस्य अपनी भावनाएं साझा करते हैं जिससे एक दूसरे के बारे में और अधिक जानकारी प्राप्त होती है और उन्हें समझने में आसानी होती है। इससे उनके स्वभाव के बारे में भी पता चलता है और पिता अपने परिवार के सदस्यों से वैसे ही बर्ताव करते हैं।
इस दिन बच्चों को नए नए पकवान खाने को मिलते हैं कुछ लोग अपने पिता के लिए Cake भी लाते हैं जिसको पूरा परिवार मिलकर खाता है। इस तरह से बहुत सारी मिठाई और Cake खाने को मिलता है।
इस दिन पिता के सामने हम अपनी कोई भी गलती रखते हैं तो वह उस गलती को माफ भी कर देते हैं। यदि गलती बड़ी हो तो उसे अपने स्तर पर समझाने की कोशिश करते हैं। इससे हम अंदाजा लगा सकते हैं कि पिता हमारे जीवन में कितने महत्वपूर्ण और अलौकिक सदस्य हैं।
फादर्स डे के दिन पिता का अतिरिक्त प्यार प्राप्त होता है। वह अपने बच्चों से इतने प्रसन्न रहते हैं कि उन्हें किसी और चीज की आवश्यकता नहीं होती है। यह वह दिन होता है जिससे हमें कई लाभ प्राप्त होते हैं चाहे वह गलतियां माफ करना हो या पिता के साथ कहीं घूमने जाने की प्लानिंग हो।
एक बात हमेशा याद रखनी चाहिए, जीवन में पिता का स्थान प्रभु से कम नहीं है। पिता सदा हमारा ध्यान रखते है, और निस्वार्थ प्यार करते हैं। पिता के प्यार, संघर्ष की कोई सीमा नहीं है और हर पिता अपने बच्चों के लिए आदर्श होता है। बहरहाल सभी से आग्रह कि वे इस खास दिन अपने पिता के लिए समय निकाले और उन्हें विशेष महसूस कराएं.. शुभकामनाएं दें, उपहार दें।