नई दिल्ली। 22 जुलाई 2022 (सीजी संदेश) : सेंट्रल आर्म्ड पुलिस फोर्स के अधिकारियों और कर्मचारियों की ट्रेनिंग का फार्मूला अब बदल गया है. पहले अधिकारियों की अलग और कर्मचारियों की अलग ट्रेनिंग होती थी। नई व्यवस्था के तहत 60% ट्रेनिंग एक साथ होगी, 40% बल आधारित ट्रेनिंग होगी।
राष्ट्रीय पुलिस अकादमी, केंद्रीय पुलिस अकादमी भोपाल, सीआरपीएफ अकादमी, बीएसएफ अकादमी, आइटीबीपी अकादमी, राष्ट्रीय औद्योगिक सुरक्षा अकादमी, नार्थ ईस्ट पुलिस अकादमी, एसएसबी भोपाल और एनडीआरएफ के द्वारा नए फार्मूले को स्वीकार करने की दिशा में कदम आगे बढ़ा दिया गया है।
केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह ने नई दिल्ली में पुलिस प्रशिक्षण संस्थाओं की समीक्षा बैठक की अध्यक्षता की। इस सम्मेलन में केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय, केंद्रीय गृह सचिव, केंद्र पुलिस बलों एवं अनुसंधान और विकास ब्यूरो के महानिदेशक और केंद्रीय प्रशिक्षण संस्थान के प्रमुखों ने भाग लिया।
इस अवसर पर केंद्रीय गृह मंत्री ने अपेक्षाओं की पूर्ति, कर्तव्य बोध और लक्ष्यों की प्राप्ति के लिए एक अच्छी ट्रेनिंग व्यवस्था पर बल दिया। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा शुरू किए गए मिशन कर्म योगी के अंतर्गत एक हॉलिस्टिक अप्रोच के तहत कांस्टेबल, एसआई और डीएसपी स्तर के पुलिसकर्मियों के प्रशिक्षण की व्यवस्था होनी चाहिए। शाह ने यह भी कहा कि सभी पुलिस कर्मियों के प्रशिक्षण का 60% सबके लिए समान होना चाहिए, जबकि 40% ट्रेनिंग पर आधारित होनी चाहिए. जिससे हम अपने प्रशिक्षण क्षमताओं का सर्वोत्तम उपयोग उपयोग कर पाएंगे।
प्रशिक्षण में सख्ती और संवेदनशीलता पर भी जोर
अमित शाह ने कहा कि पुलिस कर्मियों के प्रशिक्षण में समय के साथ बदलाव करना बेहद जरूरी है। उन्होंने प्रशिक्षण में शक्ति और संवेदनशीलता पर भी जोर दिया. आधुनिक तकनीकों के साथ-साथ पुलिसकर्मियों में देशभक्ति की भावना, फिटनेस, अनुशासन, संवेदनशीलता और स्वयं को समर्पित करने का जज्बा पैदा करने की जरूरत है इसके साथ ही गृहमंत्री ने प्रशिक्षण में शक्ति और संवेदनशीलता दोनों पर बल दिया आज के युग में तकनीक का उपयोग समय की जरूरत है। इसके साथ ही गृहमंत्री ने प्रशिक्षण में सख्ती और संवेदनशीलता दोनों पर बल दिया आज के युग में तकनीक का उपयोग समय की जरूरत है लेकिन साथ ही बेसिक पुलिस पर भी बल देना चाहिए और उसे प्रैक्टिस में लाना चाहिए. उन्होंने पुलिसकर्मियों के लिए ऑनलाइन प्रशिक्षण के प्रभाव की हर स्तर पर समीक्षा करने की जरूरत बताई।
केंद्रीय पुलिस प्रशिक्षण संस्थानों ने दी प्रस्तुतियां
बैठक के दौरान सुरक्षा चुनौतियों के लगातार बदलते स्वरूप को ध्यान में रखते हुए तथा उनका त्वरित और प्रभावी रूप से सामना करने के लिए पुलिसकर्मियों के क्षमता निर्माण के लिए सही समय पर उचित प्रशिक्षण के महत्व पर केंद्रीय पुलिस प्रशिक्षण संस्थाओं ने प्रस्तुतियां दी। प्रशिक्षण आवश्यकता विश्लेषण, प्रशिक्षण संसाधनों की उत्पादकता, प्रशिक्षकों के विकास, सर्वोत्तम प्रयासों के प्रसार अनुसंधान और प्रकाशन, मानकीकरण के महत्व, हाइब्रिड लर्निंग और उभरते प्रशिक्षण प्रतिमानो का तुलनात्मक लाभ, प्रशिक्षण पद्धतियों और तकनीकों अध्ययन सामग्री, ई सामग्री प्रशिक्षण, मूल्यांकन में सर्वोत्तम अभ्यास, प्रशिक्षण अवसंरचना विकास, प्रशिक्षण क्षमता का विस्तार, आपदा प्रबंधन पर प्रशिक्षण और प्रशिक्षण में नई पहल और नवाचार आदि विषयों पर चर्चा की गई।
इन अकादमी के जिम्मेदार रहे मौजूद
बैठक में सरदार वल्लभभाई पटेल राष्ट्रीय पुलिस अकादमी केंद्रीय पुलिस प्रशिक्षण अकादमी भोपाल सीआरपीएफ अकादमी बीएसएफ अकादमी आइटीबीपी अकादमी राष्ट्रीय औद्योगिक सुरक्षा अकादमी एनर्जी नार्थ वेस्ट पुलिस अकादमी एसएसबी भोपाल और एनडीआरएफ के प्रतिनिधि शामिल हुए।