भिलाई 16 मार्च : आज राज्यसभा सांसद सरोज पांडेय के द्वारा संसद में सेक्टर 9 अस्पताल के सुविधाओं में लगातार हो रही कटौती एवं उसकी दुर्दशा पर सवाल उठाया गया। उन्होंने संसद में कहा कि पूर्व में यह चिकित्सालय एक उत्कृष्ट चिकित्सा संस्थान के रूप में जाना जाता था तथा पूरे प्रदेश में इसकी ख्याति थी। संयंत्र के वर्तमान और पूर्व कर्मचारी अपनी चिकित्सा के लिए इसी पर निर्भर थे। यहां सभी बीमारियों का इलाज आधुनिकतम पद्धति से और वरिष्ठ चिकित्सकों द्वारा सफलतापूर्वक किया जाता था। लेकिन यह अत्यंत खेद की बात है कि विगत कुछ वर्षों से इसकी सुविधाओं में लगातार कमी दर्ज की जा रही है। अब यहां कई गंभीर बीमारियों, जैसे कि हृदय रोग आदि के न तो अच्छे उपकरण मौजूद हैं ना ही हृदय रोग विशेषज्ञ। ऐसा ही कई अन्य बीमारियों के लिए भी है। सबसे अधिक पीड़ादायक बात यह है कि सेवानिवृत कमर्चारियों को चिकित्सा सुविधा उपलब्ध ना होने पर अन्य शहरोँ में प्राइवेट संस्थानों में जाना पड़ता है जो न सिर्फ उनके लिए आर्थिक रूप से भारी पड़ता है बल्कि अनावश्यक यात्रा का कष्ट भी उन्हें झेलना पड़ता है। वर्तमान कर्मचारियों को भी गंभीर बीमारी की स्थिति में दूसरे संस्थानों में भेजा जाता है जो न सिर्फ उन कर्मचारियों के लिए भी परेशानी का कारण बनता है बल्कि संयंत्र को भी अनावश्यक वित्तीय भार उठाना पड़ता है। विगत कुछ वर्षों से संयंत्र प्रबंधन ने इस संस्थान के परिचालन और विकास में कोई रुचि नही दिखाई है और इसी कारण से इस संस्था का का स्तर लगातार गिरा है। सरोज पांडेय ने संबधित मंत्रालय से आग्रह किया कि इस जनता से जुड़े संवेदनशील विषय को गंभीरता से लेकर स्थानीय प्रबंधन को उचित दिशा निर्देश जारी करें। ज्ञात रहे कि पूर्व में इस चिकित्सालय की ख्याति पूरे प्रदेश में एक अग्रणी चिकित्सालय के रूप में थी तथा यह ना सिर्फ बी एस पी कर्मचारियों के लिए बल्कि इस क्षेत्र तथा इसके आसपास क्षेत्रों में रहने वाले रहवासियों के लिए भी एक अत्यंत महत्वपूर्ण चिकित्सा का केंद्र था तथा भिलाई शहर की पहचान था। लेकिन विगत कुछ वर्षों से उचित रखरखाव और अनुभवी चिकित्सको की कमी से इसके चिकित्सा के स्तर में गिरावट हुई है। जनता से जुड़े उस मुद्दे को संवेदनशीलता से अनुभव कर सुश्री सरोज पांडेय ने इसे संसद के पटल पर उठाया और एक अभिनव प्रयास की भिलाई वासियों को अच्छी चिकित्सा का लाभ फिर से मिल सके।