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इंजीनियरिंग कर चुके सनोज ने टीसीएस में नौकरी की, यूपीएससी की तैयारी के लिए नौकरी छोड़ी
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सनोज यूपीएससी का प्रीलिमिनरी टेस्ट पास कर चुके हैं, हाल ही में असिस्टेंट कमांडेंट की परीक्षा भी पास की
जहानाबाद. बिहार के जहानाबाद जिले के रहने वाले सनोज राज केबीसी सीजन-11 के पहले करोड़पति बन गए हैं। 15 सवालों का सही जवाब देकर वे एक करोड़ तक पहुंचे। टीवी पर इसका गुरुवार और शुक्रवार को प्रसारण होगा। सीजन के पहले करोड़पति बनने के बाद सनोज और उनके माता-पिता ने भास्कर एप से बातचीत की।
सनोज का कहना है कि वे पिछले 7 साल से केबीसी में जाने की कोशिश कर रहे थे। हर बार एसएमएस के जरिए जवाब भेजते थे, लेकिन सिलेक्शन नहीं हो पा रहा था। इस बार जब केबीसी की तरफ से फोन आया तो विश्वास ही नहीं हुआ। अमिताभ बच्चन को हमेशा टीवी और फिल्मों में देखा, उन्हें सामने देखकर जो खुशी मिली, वह बयां नहीं कर सकता।
पिता को यकीन था बेटा 1 करोड़ के सवाल तक जरूर पहुंचेगा
सनोज के पिता रामजनम शर्मा कहते हैं कि सनोज बचपन से ही मेधावी रहा है। हमें उम्मीद थी कि बेटा एक न एक दिन जरूर परचम लहराएगा। जब बेटा फास्टेस्ट फिंगर प्रश्न का जवाब देकर हॉट सीट तक पहुंचा, तभी विश्वास हो गया था कि वह एक करोड़ के प्रश्न तक जरूर पहुंचेगा।
सनोज आईएएस बनना चाहते हैं
रामजनम ने बताया कि सनोज का सपना आईएएस बन देश और समाज की सेवा करने का है। वह यूपीएससी का पीटी क्वालिफाई कर चुका है। सनोज की शुरुआती पढ़ाई जहानाबाद से हुई। इसके बाद उन्होंने पश्चिम बंगाल से इंजीनियरिंग की। पढ़ाई के दौरान ही टीसीएस कंपनी में सिलेक्शन हो गया। यूपीएससी की तैयारी के लिए ढाई साल बाद उन्होंने नौकरी छोड़ दी। कुछ दिनों पहले सनोज ने सीएपीएफ(सेंट्रल आर्म्स पुलिस फोर्स) में असिस्टेंट कमांडेंट की परीक्षा पास की है।
पिता किसान हैं
पिता रामजनम शर्मा ने बताया कि वे छोटे किसान हैं। खेती कम होने की वजह से उनके परिवार की आमदनी बहुत अच्छी नहीं थी। कम पैसों में ही घर चलाना पड़ता था। खेती के अलावा आय का दूसरा कोई साधन नहीं था। कभी बाढ़ और कभी सूखे के चलते कई बार मुसीबत भी झेलनी पड़ती थी, लेकिन बच्चों की पढ़ाई के लिए उन्होंने कोई कसर नहीं छोड़ी।
माता-पिता ने गरीबी के बाद भी नहीं आने दी पढ़ाई में बाधा
मां कालिंदी देवी सनोज के बचपन की बातें बताते हुए भावुक हो जाती हैं। उनका कहना है कि हमने बड़ी मुश्किल से सनोज को पढ़ाया। गरीबी के बावजूद यही कोशिश रही कि सनोज की पढ़ाई में कोई बाधा न आए। जब केबीसी में सलेक्शन हुआ, तभी लगा कि बेटा घर की गरीबी दूर करेगा। सनोज दो भाइयों में बड़ा है। छोटा भाई बीएसएफ में सब इंस्पेक्टर है।
मां नहीं बन पाई बेटे की सफलता की गवाह
मां ने कहा कि घर के कामकाज की वजह से वह सेट पर नहीं जा सकीं। फोन पर जानकारी मिली कि बेटे ने एक करोड़ के सवाल का सही जवाब दे दिया है। खुशी का ठिकाना नहीं रहा। आस पड़ोस वालों को बेटे के करोड़पति बनने के बारे में बताया तो वे भी खुशी से झूम उठे।