
रायपुर। त्योहार सामने देखकर इन दिनों जमाखोरों के हौसले फिर से बुलंद हो गए हैं। बताया जा रहा है कि महाराष्ट्र में बारिश से फसल खराब होना भी जमाखोरों का एक मजबूत पक्ष बन गया है और कीमतें बढ़ाने के लिए जबरदस्त तरीके से प्याज की जमाखोरी की जा रही है।
कारोबारी सूत्रों का कहना है कि प्याज की पुरानी खेप भी समाप्त हो गई है और नई आवक अब त्योहार बाद ही शुरू होगी। इसी बात का फायदा जमाखोरों द्वारा उठाया जा रहा है। बीते 12 दिनों में प्याज थोक में 1800 रुपये प्रति क्विंटल और चिल्लर में 27 रुपये किलो तक महंगी हो गई है।
चिल्लर में प्याज इन दिनों अलग-अलग मुहल्लों और बाजार के अनुसार 50 रुपये से लेकर 60 रुपये किलो तक बिक रहा है। कुछ स्थानों पर तो यह 65 रुपये किलो में भी बेचा जा रहा है। कारोबारी सूत्रों का कहना है कि अगर अभी भी इस पर कोई कदम नहीं उठाया गया तो आने वाले दिनों में कीमतें और महंगी हो जाएंगी।
कारोबारी सूत्रों का कहना है कि इस प्रकार से ऊपरी मार्केट में तेजी का माहौल पैदा कर जबरन ही इसकी कीमतों में तेजी लाई जा रही है और मार्केट में शॉर्टेज भी पैदा करनी की कोशिश की जा रही है। लेकिन वास्तव में किसी भी प्रकार से शॉर्टेज की स्थिति नहीं है।
थोक सब्जी व्यवसायी संघ के अध्यक्ष टी श्रीनिवास रेड्डी का कहना है कि अब प्याज की आवक तो सामान्य हो रही है और थोक में प्याज 4400-4600 रुपये प्रति क्विंटर बिक रही है, लेकिन ऊपरी मार्केट में ही तेजी का रुख बना हुआ है। इसके चलते ही यहां के बाजारों में भी कीमतों में तेजी है।
एक गाड़ी में होता 1600 किलो प्याज
प्याज की आवक अब सामान्य होती जा रही है। रोजाना 12 से 15 गाड़ियों की आवक हो रही है। बताया जा रहा है कि एक गाड़ी में 16 टन प्याज यानी 1600 किलो प्याज होती है। इस प्रकार रोजाना प्याज की आवक देखी जाए तो कम से कम 19,000 किलो से अधिक प्याज की रोजाना आवक हो रही है। कारोबारियों का कहना है कि कीमत बढ़ने के चलते प्याज की खपत काफी कम होती जा रही है। इसके बाद भी ऊपरी मार्केट में तेजी के चलते कीमतों में गिरावट नहीं आ रही है।
आलू की कीमत स्थिर
आलू की कीमत में स्थिरता बनी हुई है और थोक में यह 900 से 1000 रुपये प्रति क्विंटल और चिल्लर में 14-15 रुपये किलो बिक रहा है। बताया जा रहा है कि इन दिनों आलू की डिमांड भी काफी बढ़ गई है। दूसरी सब्जियों में टमाटर की कीमतों में काफी गिरावट आई है। इसकी आवक काफी सुधर गई है।