छत्तीसगढ़ के बुनकरों ने अपने हुनर की शानदार प्रदर्शनी से लोगों का ध्यान अपनी ओर खींचा
रायपुर। कोई चाहे कितनी ही आधुनिक ड्रेसेस पहन ले लेकिन खास मौकों पर भारत की हर लड़की खुद को साड़ी में ही शायद सबसे खूबसूरत महसूस करती है। और यदि वह साड़ी छत्तीसगढ़ के बुनकरों द्वारा बनाई गई नायाब बुनकरी की कोसा सिल्क की साड़ी हो तो उसकी बात ही कुछ अलग होती है। यह विचार आज से नई दिल्ली में बाबा खड़ग सिंह मार्ग में शुरू हुई छत्तीसगढ़ के हैण्डीक्राफ्ट व हैण्डलूम प्रदर्शनी में आई महिला खरीददार श्रीमती रेखा निगम ने व्यक्त किये।
इस प्रदर्शनी में छत्तीसगढ़ के बुनकरों ने अपने हुनर की शानदार प्रदर्शनी से लोगों का ध्यान अपनी ओर खींचा है। गणेश चतुर्थी व आगामी त्योहार के सीजन को देखते हुए इस प्रदर्शनी में लगभग 50 स्टॉल लगाये गये हैं। प्रदर्शनी 13 सितम्बर तक चलेगी। जांजगीर से आये बुनकरों ने बताया कि, ग्राहकों का रूझान टसर सिल्क, घीचा सिल्क, लिनेन, रॉ सिल्क की ओर ज्यादा है। यहाँ कॉटन के चादर, ने नेचुरल डाई से तैयार कोसा सिल्क, सहित अनेकों वैराईटी के उत्पाद उपलब्ध है।
एग्ज़ीबीशन में आई खरीददार श्रीमती प्राची ने बताया कि, मैने छत्तीसगढ़ की ‘डिसचार्ज प्रिंट’ की साड़ियों के बारे में काफी सुना था। जो कि मुझे यहाँ पर इसकी कई वैराईटी उपलब्ध हुई। इस साड़ी को तैयार करने के प्रोसेस के बारे में मुझे बुनकर ने बताया कि, जब इस साड़ी पर ब्लॉक प्रिंट किया जाता है तो रंगों के बारे पता नहीं चलता। ऐसा लगता है जैसे कि मिट्टी को इस पर चढ़ाया गया हो। परंतु धूप अथवा भाप में जब इसे पकाया जाता है तो इसके रंग सोने की तरह दमक उठते है। गौरतलब है कि, वैवाहिक मुहूर्तो के आगामी सीजन को देखते हुए महिलाएं बड़ी संख्या में यहां साड़ियों की खरीददारी कर रही है। साथ ही, यहां उत्पादों पर विशेष छूट भी प्रस्तावित की जा रही है। जो कि आयोजन को और भी आकर्षक बना रही है।