
गजानन को प्रसाद रूप में मोदक सबसे ज्यादा प्रिय हैं। उनका मोदक प्रेम उनकी तस्वीरों और प्रतिमाओं में भी साफ दिखाई देता है। गणपति का एक हाथ वर मुद्रा में होता है दूसरे हाथ में उनका प्रिय भोग मोदक शोभायमान रहता है। शास्त्रों के अनुसार मोदक का अर्थ होता हैं मोद (आनन्द) देने वाला, जिससे आनंद मिलता है। मोदक को ज्ञान का प्रतीक भी माना गया है। इसका गहरा अर्थ यह है कि तन का आहार हो या मन के विचार वह सात्विक और शुद्ध होना जरुरी है, तभी आप जीवन का वास्तविक आनंद पा सकते हैं।
मोदक शुद्ध आटा, घी, मैदा, खोआ, गुड़, नारियल, मेवा, दाल, बेसन आदि पौष्टिक चीजों से बनाया जाता है। प्रसाद के रूप में मोदक संपूर्ण आहार का काम करते हैं। मोदक तलकर और स्टीम करके दो तरह से बनाए जाते हैं। दोनों ही तरह से बने मोदक मुलायम और आसानी से मुंह में घुल जाने वाले होते हैं। तो आइए जानते हैं गणेश चतुर्थी के मौके पर आप किन चीज़ों से तैयार कर सकते हैं स्वादिष्ट मोदक।
1. मावा मोदक
सामग्री
खजूर- 1 कप (बीज निकले), बादाम-10-12, काजू-10-12, अखरोट-10-12, पिस्ता-10, किशमिश-20 सूखा हुआ, नारियल- 2 टेबलस्पून (कद्दूकस किया हुआ), खसखस- 1 टेबलस्पून, घी- 2 टेबलस्पून
विधि
एक नॉन-स्टिक पैन गर्म करें और उसमें काजू, बादाम और पिस्ता डालकर गोल्डन ब्राउन होने तक भून लें और अलग रख दें। फिर उसी पैन में नारियल और खसखस डालकर धीमी आंच पर आधा मिनट तक भून लें। इसे भी ठंडा होने दें। अब सभी भूने ड्रायफ्रूट्स को ग्राइंडर में पीसकर बारीक पाउडर बना लें। अब एक पैन में एक टीस्पून घी गर्म करें और उसमें किशमिश और खजूर डालकर धीमी आंच पर दो से तीन मिनट तक भून लें। फिर इसे भी ठंडा होने दें। जब ये ठंडा हो जाए तब इसे भी पीसकर बारीक पेस्ट बना लें। धीरे से मोल्ड को खोलकर मोदक बाहर निकालें।
अब एक बाउल में इसे निकाल लें और इसमें ड्रायफ्रूट्स पाउडर और एक टीस्पून घी डालकर अच्छे से मिक्स करते हुए इसे गूंथ लें। फिर मोदक के मोल्ड में थोड़ा सा घी लगाकर चिकना कर लें। अब मिक्सचर से छोटे बॉल्स बना लें और उन्हें मोल्ड में रखकर चारों तरफ से अच्छे से दबा दें और मोल्ड के बाहर निकला हुआ एक्सट्रा मिक्सचर हटा लें। फिर धीरे से मोल्ड को खोलकर मोदक निकाल लें। इसी तरह बाकि के मोदक बना लें और गणपति को भोग लाएं।
2. खसखस नारियल मोदक
सामग्री
चावल का आटा-2 कप, गुड़- डेढ़ कप (कद्दूकस किया), ताजा नारियल- 2 कप (कद्दूकस किया), खसखस- 1 टेबलस्पून, इलायची पाउडर- 1/2 टीस्पून, जायफल- एक चुटकी, घी- जरूरत के अनुसार, पानी-सवा कप
विधि
एक पैन में सवा कप पानी गर्म कर लें। फिर एक बाउल में चावल का आटा डालें और गर्म पानी से नर्म आटा गूंथ लें। इसे10 मिनट के लिए ढककर रख दें। अब एक नॉन-स्टिक पैन में कद्दूकस किया गुड़ डालकर धीमी आंच पर 1 से 2 मिनट तक गर्म करके पिघला लें। फिर इसमें नारियल, खसखस, जायफल और इलायची पाउडर डालकर अच्छे से मिक्स करें और धीमी आंच पर 4 से 5 मिनट के लिए पका लें। अब मिक्सचर को ठंडा होने दें। इसके बाद चावल के आटे में आधा चम्मच घी डालकर थोड़ा और गूंथ लें। फिर मोदक बनाने के मोल्ड में थोड़ा घी लगाएं और चावल का आटा मोल्ड के अंदर के किनारों पर चारों तरफ लगा दें। मोदक को भाप में पकाएं। फिर खसखस का मिक्सचर मोल्ड के बीच भरें और मोल्ड को दबाकर बंद कर दें। अब मोल्ड खोलकर मोदक निकाल लें। इसी तरह बाकी के मोदक बना लें। अब एक बर्तन में पानी गर्म करें और उसके ऊपर स्टील की छलनी में केले का पत्ता रखें। फिर मोदक पर उंगलियों से थोड़ा पानी लगाकर 6 से 7 मोदक केले के पत्ते पर रखकर बर्तन को ढक दें। फिर धीमी आंच पर 8 से 10 मिनट तक मोदक को भाप में पकने दें। इसी तरह सभी मोदक भाप में पका लें और गणपति को उनकी पसंद का भोग लगाएं।
3. सूखे मेवे का मोदक
सामग्री
बीज निकाले हुए ताजे खजूर- 2 कप, छिले अखरोट- 10-15, बादाम- 20-25,
काजू- 20-25, किशमिश- आधा कप, देसी घी- 2 टी स्पून
विधि
सबसे पहले खजूर सहित सारे मेवों को महीन काट कर अलग अलग रख लें।
इसके बाद एक सूखे पैन में किशमिश और खजूर छोड़ कर सभी कटे हुए मेवों को अच्छी तरह से भूनें। ध्यान रहे कि मेवे जल ना पायें पर अच्छे से भुन जायें।
इसे ठंडा होने रख दें। इस बीच एक दूसरे पैन में घी डाल कर उसमें कटे खजूर और किशमिश को डाल कर पकायें। इसे हल्के हाथ लगातार चलाते हुए तब तक पकायें जब तक वो घुल कर गुंधे आटे की तरह ना हो जाए। इसे भी आंच से उतार कर ठंडा होने रख दें। तब तक ठंडे हो चुके भुने मेवों को मिक्सी में अच्छी तरह महीन पीस लें। पिसे हुए मेवों को खजूर और किशमिश के आटे में मिला लें और थोड़ी देर गैस पर इस मिश्रण को अच्छी तरह से चला लें। जब सारी सामग्री आपस में अच्छी तरह मिल जाए और नरम आटे जैसा हो जाए तो गैस बंद कर दें।