
भिलाई। नगर निगम क्षेत्र में चार गौठान खोलने के प्रस्ताव राज्य सरकार को भेजे गए हैं। एक गौठान शहर में भिलाईनगर रेलवे स्टेशन के समीप संचालित है। स्व सहायता समूह द्वारा इस गौठान को संचालित किया जा रहा है। गौठान को संचालित करने में प्रतिमाह डेढ़ लाख रुपए का लगभग खर्च आंका जा रहा है तथा वर्तमान में 70 हजार रुपए ही प्राप्त हो रहे हैं। समाज के लोगों से सहयोग की अपील भी की गई है। प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की महत्वाकांक्षी योजना, नरवा, गरवा, घुरवा, बाड़ी योजना के तहत बनाए गए शहरी गौठान के अंतर्गत भिलाई नगर रेलवे स्टेशन के समीप स्थित और निगम भिलाई द्वारा संचालित गौठान में 18 सितंबर की शाम व 19 सितंबर की सुबह दो अलग-अलग गायों ने बच्चों को जन्म दिया। जिन्हें देखकर गौठान के कर्मचारियों में हर्ष व्याप्त है और वे दोगुने उत्साह से उनकी सेवा में लगे हुए हैं। एक अगस्त से संचालित इस गौठान में यह पहले मेहमान हैं। समय से पूर्व जन्में एक बच्चे को अपने हाथों से बोतल के माध्यम से दूध पिलाकर पोसा जा रहा है। संचालिका रेखा वर्मा ने बताया कि वर्तमान में यहां 110 जानवर हैं जिनकी देखभाल के लिए 10 महिला कर्मचारी व दो पुरुष कर्मचारी कार्यरत हैं। प्रतिदिन यहां 2 डाक्टरों की अलग-अलग शिफ्ट में ड्यूटी भी लगती है। डॉ डीआर गुप्ता व डा एसआर वर्मा के देखरेख में दोनों गायों का प्रसव कराया गया। यहां के कर्मचारी अब दोगुने उत्साह से काम कर रहे हैं। बच्चों में एक बछड़ा व बछिया है जिनकी सुंदरता को देखकर उन्होंने इनके नाम पलक व गौरी रखा है। निगम आयुक्त ऋतुराज रघुवंशी ने चर्चा के दौरान बताया कि यह शासन की महत्वाकांक्षी योजना है जो स्व सहायता समूहों के माध्यम से संचालित की जा रही है। बीते दिन 17 गायों का ईलाज किया गया। जिनकी रीढ़ की हड्डी टूट गई थी। पूरा नगर निगम के जोन के महकमे सहित अन्य लोग भी इस कार्य में हाथ बंटा रहे हैं। समाज से भी अपील की गई है कि वे भी इस पुनीत कार्य में सहयोग देंवे।